बूचा में नरसंहार के मुद्दे पर अमेरिका समेत कई अन्य देशों ने रूस को शुरू से घेरने की कोशिश की. इसके लिए ये सभी देश रूस को संयुक्त राष्ट्र महासभा के मानवाधिकार परिषद से बाहर करने का प्रस्ताव लेकर आए.
इसमें रूस के खिलाफ कई वोट पड़े और उसे मानवाधिकार परिषद से बाहर करने को मंजूरी मिल गई. बेशक ज्यादा वोट रूस के खिलाफ पड़े और इस वजह से उसे मानवाधिकार परिषद से बाहर कर दिया गया, लेकिन इस बार मॉस्को के साथ खड़े होने वाले देशोें की संख्या भी बढ़ी. चीन ने पहली बार खुलकर रूस का साथ दिया और उसके पक्ष में वोट किया. कुल 24 देश रूस के साथ खड़े दिखे.
वोटिंग के दौरान भारत ने एक बार फिर अपना वही नजरिया जारी रखा और वोटिंग में शामिल नहीं हुआ. भारत समेत 58 देश ऐसे रहे जिन्होंने वोटिंग नहीं की. भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, ब्राजील, इंडोनेशिया, घाना, इराक, कुवैत, नेपाल, मलेशिया, मालदीव, सूरीनाम, सिंगापुर समेत कुल 58 देशों ने मतदान नहीं किया.