ऊंचाहार(रायबरेली)। मनगढ़ प्रतापगढ़ से दर्शन करके वापस ऊंचाहार आ रही दर्शनार्थियों से भरी Safari जीप राजमार्ग पर मुड़ रहे एक ट्रक से टकरा गयी। जिससे सफारी मे बैठे दो मासूमो समेत पाँच लोगो की दर्दनाक मौत हो गयी है। जबकि पाँच लोग घायल हुए है। घायलो मे सभी गंभीर है।
अरखा गाँव के पास टकराई Safari
लखनऊ-इलाहाबाद राजमार्ग पर ऊंचाहार के अरखा गाँव के पास पहलवान बाबा मंदिर के पास हुआ है। क्षेत्र के लबेदवा गाँव से एक Safari जीप मे भरकर एक ही परिवार व रिस्तेदार प्रतापगढ़ के मनगढ़ स्थित मंदिर मे दर्शन के लिए गए थे। सफारी मे कुल चालक समेत दस लोग थे। यह लोग दर्शन करने के बाद ऊंचाहार वापस आ रहे थे। राजमार्ग पर पहलवान बाबा मंदिर के पास एक ट्रक सड़क पर मुड़ रहा था। अचानक ट्रक के सामने आ जाने के कारण सफारी का चालक अपने वाहन को नियंत्रित नहीं कर पाया और तेज रफ्तार सफारी ट्रक से टकरा गयी। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि सफारी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी, जिसके कारण सफारी मे बैठे लोग बुरी तरह घायल हो गए और मौके पर चीख पुकार मच गयी।
भीषण दुर्घटना देखकर आसपास के लोग पहुंचे। तब तक कोतवाल धनंजय सिंह भी अचानक मौके पर पहुँच गए और सभी को सफारी से निकालकर सीएचसी लाया गया। जहां पर डाही मजरे मीरा सवैया निवासी राम रतन की पत्नी अनुपा 45 , उनके बेटे प्रिंस 12 , पुत्री परी 3 , आराध्य 2 पुत्री छोटेलाल और केश कली 58 पत्नी राम किशोर निवासी गाँव लबेदवा को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि अंकुश 22 पुत्र राम किशोर निवासी लबेदवा, अनीता 12 पुत्री राजेन्द्र निवासी लबेदवा, सोनम 24 पत्नी छोटे लाल निवासी डाही मजरे सवैया मीरा, कोमल 14 पुत्री राम रतन निवासी डाही और सफारी चालक अरविंद कुमार निवासी पूरे मलिन मजरे बहेरवा गंभीर रूप से घायल थे। सभी घायलो को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल ,भेज दिया गया है |
माँ के प्यार मे बेटी गयी थी दर्शन करने
मार्ग दुर्घटना मे अपने बेटे, बेटी और खुद की जान गवाने वाली सवैया मीरा गाँव की अनुपा अपनी माँ केशकली के प्यार मे मनगढ़ दर्शन के लिए गयी थी। अधिमास मास के कारण लबेदवा गाँव की केशकली मनगढ़ मे दर्शन करना चाहती थी। कई दिनो से तैयारी बन रही थी। उन्होने सवैया मीरा गाँव मे ब्याही अपनी बेटी अनुपा से भी दर्शन के लिए कहा तो अनुपा माँ की बात नहीं कट पायी और अपने कुनबे के साथ दर्शन की यात्रा पर चली गयी। उन्हे क्या पता था कि यह उनकी उनके बेटे-बेटी और माँ की अंतिम यात्रा बन जाएगी।
गांव मे मचा कोहराम , हर तरफ मातम
एक गाँव मे एक साथ चार मौतों ने सवैया मीरा गाँव को हिला दिया है। इस गाँव मे एक ही परिवार के चार लोगो की मौत ने गाँव मे कोहराम मचा रखा है। छोटे छोटे मासूम प्रिंस, परी, आराध्य जिन्होंने अभी ठीक से जीवन को भी नहीं समझा था कि विधाता ने उनका जीवन छीन लिया है। उधर लबेदवा गाँव का आलम भी यही है। माँ बेटी कि एक साथ मौत और साथ मे बेटी के मासूम बच्चो का मरना हर किसी की आंखो को सजल कर देता है। गाँव मे हर तरफ मातम है और बार-बार रोने विलखने की करुण गूंज पूरे गाँव को मातम मे डुबोए है।
कोतवाल न पहुँचते तो जाती और जाने
ऊंचाहार कोतवाल धनंजय सिंह की सक्रियता इस दुर्घटना मे बड़ी कारगर साबित हुई है। रविवार की शाम को वह चौराहा पर थे। अचानक दुर्घटना की सूचना मिली तो वह तुरंत भागकर मौके पर पहुँच गए। यही नहीं घायलो की पहली खेप वह खुद अपनी गाड़ी से लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां घायलो का इलाज हुआ और उनको जिला अस्पताल भेज दिया गया। चिकित्सको का मानना था कि यदि घायलो का और खून बह जाता, उनको लाने मे विलंब हो जाता तो और मौते हो सकती थी।