लखनऊ। संस्कृत तथा प्राकृत भाषा विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ में स्वर्गीय प्रोफ़ेसर पद्मश्री बृजेश कुमार शुक्ल की जयंती के अवसर पर संस्कृत वांगमयी (आचार्य द्वय स्मृति विशेषांक) पत्रिका के लोकार्पण पर एक विशिष्ट व्याख्यान संपन्न हुआ। लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के संरक्षण में उक्त कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कला संकाय की अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर प्रेम सुमन शर्मा के द्वारा किया गया। जिसमें आज के मुख्य वक्ता प्रोफेसर राम सुमेर यादव ने पत्र-पत्रिकाओं के महत्व पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
डॉ. प्रयाग नारायण मिश्र एवं प्रोफेसर हरिशंकर मिश्र द्वारा समय के महत्व, गुरु तत्व एवं स्वर्गीय प्रोफेसर बृजेश कुमार शुक्ल एवं स्वर्गीय प्रोफेसर अशोक कुमार कालिया के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विशेष प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सत्यकेतु द्वारा किया गया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ अभिमन्यु सिंह द्वारा उपस्थित समस्त अतिथियों का स्वागत किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर रिचा पांडे द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुधीर मेहरोत्रा, प्राध्यापक डॉ गौरव सिंह, डॉ ब्रजेश सोनकर, डॉक्टर प्रेरणा माथुर, डॉक्टर अनिल पोरवाल, दिवंगत प्रोफेसर बृजेश कुमार शुक्ल के पारिवारिक जन तथा विश्वविद्यालय से संबंध महाविद्यालय से डॉक्टर मांडवी सिंह, डॉ ऋतु सिंह, डॉ रीता तिवारी, इसके अतिरिक्त अतिथियों में डॉ रेखा शुक्ला, तेजेश्वर पांडे, डॉक्टर माता प्रसाद पांडे और कार्यक्रम में लगभग 60 विद्यार्थी उपस्थित रहे।