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वैज्ञानिकों ने पता लगाया शरीर में कोरोना का दोस्त, मिलेगी वैक्सीन बनाने में सहायता

दुनिया में बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच वैज्ञानिकों ने यह पता करने का दावा किया है कि शरीर में किन जीन की वजह से वायरस फैलता है. जीन-एडिटिंग टूल सीआरआईएसपीआर-सीएएस9 का उपयोग करते हुए, वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसे जीन का पता लगाया है जो वायरस से संक्रमित कोशिकाओं में सार्स-सीओवी-2 को फैलने में सहायता करते हैं. सार्स-सीओवी-2 की वजह से ही कोरोना वायरस बीमारी होती है.

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस रिसर्च से उनको यह पता चल पाएगा कि मानव शरीर में यह वायरस कैसे असर करता है और कितना नुकसान पहुंचाता है. जिसके बाद वह ठीक वैसा ही वैक्सीन तैयार कर पाएंगे जो शरीर में वायरस को सपोर्ट करने वाले जीन्स या सेल पर सीधा असर करेगी.

स्टडी येल स्कूल ऑफ मेडिसिन, बोर्ड इंस्टिट्यू, MIT और हावर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर की है. रिसर्च करने वाले एक वैज्ञानिक ने कहा कोविड-19 को शरीर में फैलने में मदद करने वाले कोशिकाओं की पहचान करना महत्वपूर्ण है. जब हमें ये पता होगा कि कोरोना वायरस को शरीर में कौन से जीन या सेल बढऩे में मदद करते हैं तो हम कारगर दवा बना पाएंगे.

रिसर्च में मानव शरीर में उन जीन और रास्तों देखा गया है जो वायरस को शरीर के खुद को बढ़ाने के लिए यूज होते है. स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया कि इसमें प्रोटीन का अहम योगदान है. प्रोटीन का एक रूप जहां शरीर में कोविड-19 के वायरस को बढ़ाता है तो दूसरा उसके वायरस को बढऩे से रोकता है.

स्टडी के मुताबिक ACE2 रिसेप्टर और Cathepsin L प्रोटीन वायरस को फैलने में मदद करते हैं. वहीं हिस्टोन प्रोटीन इससे बढऩे से रोकता है. रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कुछ जीन्स को अफ्रीकन ग्रीन मंकी के सेल्स में भी डाल कर रिसर्च किया है. उसके बाद इन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित किया गया. जिसके बाद यह रिसर्च किया गया है कि कौन से जीन प्रो वायरल है और कौन से एंटी वायरल हैं.

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