शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेश्न (एससीओ) की एक अहम बैठक दुशांबे में बुधवार को शुरू होने वाली है। इस बैठक में भारत, चीन, पाकिस्तान समेत अन्य पांच देशों के विदेश मंत्री हिस्सा लेने वाले हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह मुलाकात SCO विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद शाम के वक्त होनी है. इससे पहले दोनों नेता एससीओ बैठक के दौरान साथ होंगे. वहीं एक साथ अफगानिस्तान पर बने एससीओ सम्पर्क समूह की मीटिंग में भी भाग लेंगे.
उम्मीद की जा रही है कि दुशांबे में होने वाली भारत-चीन विदेश मंत्रियों की इस बैठक से निकलने वाला सन्देश दोनों मुल्कों के बीच प्रस्तावित 13वें दौर की सैन्य कमांडर स्तर बातचीत की दिशा और नतीजे भी प्रभावित करेगा.
भारत को 2004 में एससीओ में एक पर्यवेक्षक बनाया गया था और वह समूह की मंत्री स्तरीय बैठकों में भी भाग लेता रहा है, जो मुख्य रूप से यूरेशियन क्षेत्र में सुरक्षा तथा आर्थिक सहयोग पर केन्द्रित है।
इसमें भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान की तरफ से शाह महमूद कुरैशी भी हिस्सा लेंगे। इस बैठक का मकसद अफगानिस्तान के मौजूदा हालातों पर विचार करना है।