औरैया। जिले के अजीतमल में पोलिंग पार्टियों की रवानगी के समय उपजिलाधिकारी विजेता का मानवीय चेहरा उस समय देखने को मिला जब उन्होंने एक महिला शिक्षा मित्र की गोद में चार दिन के नवजात को देख उसकी ड्यूटी काट घर जाने को कहा।
जानकारी के मुताबिक बिधूना ब्लाक के ग्राम मटेरा निवासी मोनिका शर्मा ग्राम पुरवा गन्ना स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा मित्र है। उक्त महिला शिक्षा मित्र के 21 अप्रैल को प्रसव हुआ था। महिला शिक्षा मित्र ने पंचायत चुनाव में लगी अपनी ड्यूटी कटवाने के लिए अपने पति मनोज शर्मा के माध्यम से ब्लाक संसाधन केंद्र पर आवेदन भिजवाया तो मानव संपदा पोर्टल का हवाला दे दिया गया। इसके बाद पोर्टल पर आवेदन किया गया, लेकिन फिर भी उसकी ड्यूटी नहीं कट सकी और जिम्मेदारों ने बच्चे को घर पर रखकर चुनाव ड्यूटी करने को कहा।
रविवार को प्रसूता महिला शिक्षा मित्र चार दिन के बच्चे के साथ चुनाव सामग्री को लेने व बूथ पर रवानगी हेतु अजीतमल स्थित जनता महाविद्यालय में ड्यूटी के लिए पहुंची तो साथ में पति व ननद उसे सहारा देने में लगे थे। तेज धूप को देख पति मनोज को चार दिन के बच्चे व पत्नी की चिंता और ज्यादा सताने लगी। इसी बीच गोद में नवजात लेकर खड़ी महिला शिक्षा मित्र को देख एसडीएम विजेता ने जानकारी की तो दंपति रो पड़े जिन्हें किसी तरह से चुप कराते हुए उन्होंने महिला की ड्यूटी काट दी और घर जाने को कहा। एसडीएम का मानवीय चेहरा देख वहां मौजूद सभी लोग उनकी तारीफ करते नजर आए। क्यों कि विभागीय कार्य या फिर किसी विशेष अवसर पर अक्सर प्रशासनिक अधिकारियों का सख्त मिजाज देखने को मिलता है।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर