पहले रक्षा मंत्री और वर्तमान में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उत्तर प्रदेश के विकास में रुचि लेती रही है। यहां योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद केंद्र की योजनाओं पर तेजी से कार्य शुरू किया गया। इसके सकारात्मक परिणाम भी मिलने लगे है। नरेंद्र मोदी की पिछली सरकार में निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री थी। उस समय भी उन्होंने लखनऊ में डिफेंस कॉरिडोर निर्माण कार्यों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ समीक्षा की थी।
उस समय भी उन्होंने योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना की थी। कुछ दिन पहले वह वित्त मंत्री के रूप में लखनऊ आई थी। यहां सामाजिक व आर्थिक कार्यक्रम में सहभागी हुई। एक बार फिर उन्होंने योगी आदित्यनाथ के विजन को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण को आर्थिक स्वालंबन से जोड़ा है। मिशन शक्ति में महिलाओं के स्वावलंबन को भी जोड़ा गया है। इसके अलावा उन्होंने सभी एक्सप्रेस वे के निकट औद्योगिक क्षेत्र विकसित करा रहे है।
एक्सप्रेस वे निर्माण के संबन्ध में योगी आदित्यनाथ ने नजरिया ही बदल दिया है। अब एक्सप्रेस वे यातायात का माध्यम मात्र नहीं है। बल्कि योगी ने इसे औद्योगिक विकास से जोड़ कर अभिनव कार्य किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की आधी आबादी की सुरक्षा,सम्मान व उनके स्वावलम्बन के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना,जननी सुरक्षा योजना,जनधन योजना तथा मुद्रा योजना द्वारा ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग एवं बीमा व्यवस्था से जोड़ा गया है।
नारी गरिमा व उनके उत्तम स्वास्थ्य हेतु आवास सहित शौचालय की सुविधा प्रदान की गई है। प्रदेश में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना द्वारा करीब महिलाओं को घर की मुखिया बनाया गया है। निर्मला सीतारमण, निर्यात उन्मुख छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों के लिए उभरते सितारे फंड योजना का शुभारंभ किया। यह फंड एक्ज़िम बैंक और सिडबी द्वारा संयुक्त रूप से प्रायोजित है। उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा था कि सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम अर्थव्यवस्था में गति बनाए रखने के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
इनसे लोगों को रोजगार मिलता है। ये नवोन्मेष करते हैं और जोखिम भी उठाते हैं। इडिया एक्ज़िम बैंक के उभरते सितारे कार्यक्रम में ऐसी भारतीय कंपनियों को चिह्नित किया जाता है, जिनमें आने वाले कल की चैंपियन बनने और वैश्विक मांगों के अनुरूप उत्पादन करने की संभावनाएं हैं।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत उन भारतीय कंपनियों को चिह्नित किया जाता है। जो तकनीकी,उत्पाद या प्रोसेस की दृष्टि से बेहतर स्थिति में हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत चिह्नित उद्यमों की बाधाओं को का पता लगाकर उन्हें उनकी वृद्धि और निर्यात रणनीतियां बनाने में सहयोग प्रदान किया जाता है।