लखनऊ। लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वंत्रत प्रभार) कपिल देव अग्रवाल व चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह की अध्यक्षता में लखनऊ स्मार्ट सिटी सभागार में स्मार्ट सिटी योजनान्तर्गत यातायात प्रबंधन के सम्बंध में समीक्षा बैठक आहूत की गई।
बैठक के दौरान आईटीएमएस के तीन मॉडल ट्रैफिक एनफोर्समेंट, ट्रैफिक सर्विलांस और अडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम के बारे में लखनऊ स्मार्ट सिटी की तरफ से एक प्रेजेंटेशन मन्त्रीगण के समक्ष प्रस्तुत किया गया। लखनऊ स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के तहत 155 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए है जिसका की कंट्रोल लखनऊ स्मार्ट सिटी लालबाग में किया गया है। इसमें 20 चौराहों पर ट्रैफिक इंफोर्समेन्ट सिस्टम यानी नियम का उल्लंघन करने वालो का ई चालान किया जाता है उसके बारे में भी जानकारी दी गई।
बैठक में बताया गया कि 19 मई से लेकर अब तक 67 हज़ार 5 सौ उनहत्तर चालान की कार्रवाई की जा चुकी है। मंत्रीगण के शिष्टमंडल ने ट्रैफिक सर्विलांस सिस्टम के बारे में भी जानकारी प्राप्त किया की। इस बाबत ट्रैफिक सर्विलांस सिस्टम के बारे में प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि इस सिस्टम का उपयोग अपराध की रोकथाम के लिए भी किया जाता है। इसके तहत बाइक की चोरी, बैग की स्नेचिंग, चैन स्नेचिंग इत्यादि अपराधों पर इस सिस्टम के द्वारा प्रभावी रोकथाम लगा है। इससे पहले इसी सिस्टम की मदद से 23 दिन के बच्चे का अपहरण होने पर उसके सकुशल बरामदगी में प्रभावी मदद मिली थी।
स्मार्ट सिटी के कार्यो के अवलोकन के बाद मन्त्रीगण ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए जिससे कि व्यवस्था को और दुरुस्त किया जा सके। इसके तहत नो पार्किंग ज़ोन में भी खड़े हो रहे वाहनों को चालान की प्रक्रिया में लाने के लिए निर्देश दिया। जिससे कि शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने में सफलता मिल सके। उन्होंने जनता से अपील भी किया कि ट्रैफिक नियमो का पालन करें, जिससे कि सड़क दुर्घटना को रोका जा सके।
बैठक में नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि लखनऊ स्मार्ट सिटी अतीत के नींव पर भविष्य का निर्माण कर रहा है। जिससे कि पुरानी विरासतों को सहेजते हुए लखनऊ को विकसित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के मंशा के अनुरूप शहर को स्वच्छ स्वस्थ और सुंदर बनाने के लिए स्मार्ट सिटी लखनऊ कार्य कर रहा है। बैठक में कूड़े के उठाव के लिए चल रही गाड़ियों की लाइव ट्रैकिंग देखी गई और कूड़ा उठान को लेकर जरूरी सुझाव दिए गए। जिससे कि समय पर कूडे का प्रबंधन करने के साथ शहर को स्वच्छ और हवा में शुद्धता परखी जा सके। लखनऊ में कुल 35 पर्यवरण सेंसर लगे हुए है जिससे कि हवा की क्वालिटी को परखा जाता है। राज्य सरकार की तरफ से आए शिष्टमंडल ने शहर के 35 स्थानों पर लगे पर्यावरण सेंसर में से दो स्थानों का लाइव इंडेक्स चेक किया। जिसमे कि अमीनाबाद और हजरतगंज की एअऱ क्वालिटी के बारे में जानकारी स्मार्ट सिटी लखनऊ की तरफ से दी गई। जिसमे कि अमीनाबाद की हवा में कार्बनमोनो ऑक्साइड की मौजूदगी मिली। जिसको की स्वच्छ करने के लिए मन्त्रीगण ने सुझाव और निर्देश दिए।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी