सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी और सरकारी कोशिशों के बावजूद हरियाणा के पलवल जिले में उन्मादी भीड़ द्वारा दो लोगों को पीट-पीटकर मार डालने का मामला सामने आया है। उन्मादी भीड़ की हिंसा के मामले थमते नहीं दिख रहे हैं।
उन्मादी भीड़ द्वारा बने शिकार
पहली घटना शहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाइवे पर हुई। यहां अपने प्लॉट पर बने कमरे में सो रहे जगदीश (72 वर्ष) की कुछ लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने जगदीश के भतीजे श्याम सुंदर की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। खबर लिखे जाने तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
जगदीश की अस्पताल ले जाते वक़्त हुई मौत
वहीँ श्याम सुंदर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि, उनके चाचा जगदीश अविवाहित थे। वे अगवानपुर रोड पर धर्मा ढाबा के पीछे प्लॉट में बने कमरे में रहते थे। प्लॉट में बने दो कमरों को उन्होंने किराए पर दिया हुआ था। लेकिन, पिछले दो दिन से किराएदार भी नहीं थे।
गुरुवार शाम जब श्याम सुंदर, जगदीश को खाना देने के लिए पहुंचे तो देखा कि, जगदीश बेड से नीचे खून से लथपथ पड़े हुए हैं। जब जगदीश को फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल ले गए, तो वहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बहरोला गांव में चोर से हाथ-पैर बांधकर मारपीट
वहीं, दूसरी घटना बहरोला गांव की है जहाँ पशु चोरी करने आए एक व्यक्ति के साथ लोगों ने हाथ-पैर बांधकर मारपीट की। इसमें लगी चोटों से चोर की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान व पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में रखवा दिया है। पुलिस ने ईएएसआई रामबीर की तहरीर पर तीन सगे भाइयों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर दिया है।
संतोष कुमार का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर जांच कर रही है। पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच करने में जुटी हुई है। जल्दी ही आरोपितों की शिनाख्त व गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।