प्लोरिडा के चार्ल्स हेल्केम को हाल ही में वर्ल्ड रिकार्ड्स की और सर्वाधिक टैंटू पुरुष वर्ग में एवं उनकी पत्नि शार्लोट गुटेनबर्ग ने महिला वर्ग में अपने शरीर पर सर्वाधिक रंग बिरंगे टैंटू बनाकर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करा लिया है। युवा वर्ग के अलावा हर उम्र के लोगो में टैंटू बनवाने की दीवानगी देखी जा सकती है। रिकार्ड की बराबरी या रिकार्ड तोड़ने की होड़ के अलावा विदेशो में टेटू यानि गोदना कला सौंदर्यता की चकाचोंध को बढ़ावा देने व अपने को जो अच्छा लगे उन प्रतिक चिन्हों को शरीर पर बनाए जाने का चलन जोरो पर है। विदेशो में ये फैशन का रूप ले चुकी है। यहाँ भी पुरुष और महिलाएं एवं व्यस्क बच्चे भी गोदना (टैंटू) बनवाते है। ग्रामीण क्षेत्रों में गोदना कला को लोग वर्षो से बनवाते आ रहे है किन्तु वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रो में इस कला का चलन धीरे धीरे कम होता दिखाई दे रहा है।
फिल्म “अशोका ” में हीरो-हीरोइन ने भी अपने शरीर पर टैंटू बनाकर सौंदर्यता को बढावा दिया था। गोदना कला यानि सौंदर्यता के वे चिन्ह जिनसे स्थाई रूप से सजने-सँवरने हेतु रोजाना से निजात मिलती है। कई गोदना कलाकार गोदना के चलन कम होने से दुखी है। वे स्वयं की तैयार की गई या पारंपरिक चित्रकारी को प्रयोग में लाते है। विदेशो में इसका प्रभाव बरक़रार है किन्तु यहाँ(भारत) धीरे-धीरे कम होता दिखाई दे रहा है।
संकलन: संजय वर्मा “दृष्टी “