लखनऊ। सिख पंथ के महान योद्धा अनोखे अमर शहीद बाबा दीप सिंह जी के आगमन दिवस पर बाबा दीप सिंह फाउंडेशन की ओर से श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा नाका हिंडोला में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर प्रातः की दीवान सुखमनी साहिब के पाठ से आरम्भ हुआ। उसके उपरांत हजूरी रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह ने अपनी मधुर वाणी में पवित्र आसा की वार का अमृतमयी शबद कीर्तन गायन किया। तत्पश्चात सहज पाठ की समाप्ति के उपरांत अमृतसर से पधारे रागी जत्था भाई सुरेंद्र सिंह मनी ने समूह संगत के साथ चौपहरा (गुरबाणी पाठ) एवं शब्द कीर्तन गायन किया।
मुख्य रूप से पधारे सिंह साहब ज्ञानी जसविंदर सिंह पूर्व हैड ग्रंथी श्री दरबार साहिब ने गुरमति विचारों द्वारा कथा का व्याख्यान किया। परम्परागत वेषभूषा में सुसज्जित पाँच प्यारों द्वारा अमृत अभिलाषियों को अमृतपान करवाया गया। दिन भर चलने वाले कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया।
इस अवसर पर बच्चों के लिये गुरमति प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों को पुरस्कार दिये गये। लखनऊ गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा ने सिंह साहिब ज्ञानी जसविंदर सिंह पूर्व मुख्य ग्रंथि श्री दरबार साहिब एवं रागी जत्थों को स्मृति चिन्ह एवं गुरू घर का सम्मान सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया।
पूर्व डीजीपी एवं सांसद बृजलाल ने गुरू महाराज के चरणों में माथा टेक आशीर्वाद प्राप्त किया। सिंह साहब ज्ञानी जसविंदर सिंह ने उनको बाबा दीप सिंह जी अवार्ड भेंट किया। जत्थेदार जसबीर सिंह की अगुवाई में अमृत संचार कराया गया, जिसमें 30 लोगों ने अमृतपान किया। बाबा दीप सिंह जी फाउंडेशन संस्थापक मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि राजेंद्र सिंह बग्गा के संयोजन में होने वाले इस कार्यक्रम में सतपाल सिंह मीत, हरविंदर पाल सिंह नीटा और हरमिंदर सिंह टीटू, दीपा अरोड़ा, बलजीत सिंह टोनी, कमलजीत सिंह मौजूद थे। समाप्ति के उपरांत गुरू का लंगर श्रद्धालुओं में वितरित किया गया। सिंह साहिब ज्ञानी जसविंदर सिंह पूर्व मुख्य ग्रंथि श्री दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) ने बाबा दीप सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डाला। दीवान की समाप्ति श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के ऊपर गुलाब के फूलों की वर्षा की गई।