वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम्स (CBIC) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले का खुलासा होने के बाद सहायक आयुक्त दीपक पंडित को निलंबित कर दिया है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सहायक आयुक्त दीपक पंडित ने अपने 2 बेटों की शादी में भारी मात्रा में धन खर्च किया और मुंबई के पॉश इलाकों में महंगी बेहिसाब संपत्ति अर्जित की जिसके मूल्य उनके ज्ञात और आय के स्रोतों से अनुपातहीन हैं।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए 21 टैक्स अधिकारियों को जबरन रिटायर करने का फैसला किया। ये सभी अधिकारी ग्रुप बी ग्रेड के हैं। इसी के साथ इस साल अब तक 85 अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया है। इसमें से 64 टैक्स अधिकारी हैं।
दीपक पंडित पर अपने पद की पावर का गलत इस्तेमाल करने का भी आरोप लगा है।मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी पावर का गलत इस्तेमाल कर पैसा कमाया है। उनके खिलाफ की गई शुरुआती जांच में पाया गया है कि मुंबई के महंगे रिहायशी इलाके जैसे अंधेरी (वेस्ट), कांदिवली (ईस्ट), में उनके और उनके बच्चों दिव्यांश दीपक पंडित, आशुतोष डी पंडित के नाम पर कई महंगी प्रॉपर्टी है। इसके अलावा उनके नाम पर कई संदेहात्मक ट्रांजेक्शन मिली है।
मंगलवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपित टैक्स अधिकारियों को 21 को जबरन रिटायर करने का फैसला लिया था। ये सभी अफसर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के हैं।
इस साल जून के बाद यह पांचवां मौका है जब सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें नौकरी से निकाला है।
इस साल अब तक 85 अधिकारियों को जबरन रिटायर किया जा चुका है। इससे सरकार ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार और अक्षमता के खिलाफ उसकी कार्रवाई जारी रहेगी।