नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोधप्रदर्शन जारी है, इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया है. आपको बता दें कि जिज्ञासा और समाधान सत्र में स्वयंसेवकों के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. इस दौरान मोहन भागवत ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के बनते ही संघ अपने आपको इससे अलग कर लेगा.
वहीँ इस कार्यक्रम में आरएसएस के क्षेत्रीय कार्यकारिणी के चुनिंदा 40 पदाधिकारी मौजूद थे. इस दौरान स्वयंसेवकों ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से देश की मौजूदा स्थिति पर सवाल पूछा और उन्होंने सभी सवालों का पूरी सादगी से जवाब दिया.संघ के जिज्ञासा और समाधान सत्र में एक स्वयंसेवक ने पूछा कि क्या अयोध्या के बाद अब संघ काशी और मथुरा का मुद्दा उठाएगा तो संघ प्रमुख ने साफ तौर पर इनकार कर दिया.
इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल संघ के एजेंडे में काशी और मथुरा मुद्दा नहीं है. साथ ही राम मंदिर पर कहा कि संघ की भूमिका इस प्रकरण में सिर्फ ट्रस्ट निर्माण होने तक है. इसके बाद संघ खुद को इससे अलग कर लेगा.सूत्रों की मानें तो नागरिकता संशोधन कानून पर पूछे गए सवाल पर संघ प्रमुख ने कहा कि स्वयंसेवकों को उत्तर दिया कि सीएए पर पीछे हटने की कोई जरूरत नहीं है और न ही विरोध से चिंतित होने की जरूरत है क्योंकि सभी जानते हैं कि यह कानून देशहित में है.