लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनो के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण योजनायें संचालित की जा रही है। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनो को भरण-पोषण अनुदान प्रतिमाह 1000 रुपये दिये जा रहे हैं। कुष्ठावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत प्रतिमाह 3000 रुपये दिए जाते हैं। दिव्यांगजनो के लिए कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण योजना तथा निःशुल्क मोटराईज्ड ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराये जाने की योजना संचालित है।
इस संबंध में प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वंत्रत प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने बताया कि दिव्यांगजन से शादी करने पर पुरस्कार देने की योजना संचालित है। इसके अलावा दिव्यांगजन दुकान निर्माण व संचालन योजना के अंतर्गत अपनी खुद की दुकान चला सकते है। दिव्यांगता निवारण हेतु शल्य चिकित्सा अनुदान योजना संचालित है।
श्रवणबाधित बच्चों के कॉक्लियर इम्प्लान्ट हेतु 6 लाख रुपये का अनुदान दिया जाता है। उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में दिव्यांगजन को निःशुल्क बस यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही है। विशिष्ट दिव्यांगजन को प्रत्येक वर्ष राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। दिव्यांगजन के सहयोग हेतु राज्य निधि की व्यवस्था की गई है। दिव्यांगजन हेतु विशेष विद्यालय ममता, स्पर्श, संकेत, प्रयास का संचालन किया जा रहा है।
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बचपन डे केयर सेन्टर्स का संचालन किया जा रहा है। #दिव्यांग बच्चों को सामान्य धारा में लाने हेतु समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना की गई है। डा० शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय (लखनऊ) का संचालन किया जा रहा है। डा० शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय परिसर में निर्मित विशिष्ट स्टेडियम का संचालन, मानसिक मंदित एवं मासिक रूप से रूग्ण दिव्यांगजन हेतु आश्रय गृह सह प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन, जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्रों का संचालन तथा प्रदेश के शासकीय भवनों को दिव्यांगजन हेतु बाधारहित वातावरण का सृजन किया जा रहा है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी