डलमऊ/रायबरेली। तीन दिन का शोक मनाने के बाद डलमऊ कस्बे के साथ साथ आसपास के दो दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों द्वारा हर्षोल्लास के साथ रंगों का पर्व होली मनाई गई। सुबह से शाम तक लोग ढोल नगाड़े और डीजे की धुन पर रंग अबीर गुलाल लगाते हुए आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ होली का पर्व मनाया गया।
कस्बे में सुबह से ही छोटे बच्चों द्वारा एक दूसरे पर रंग लगाकर होली की शुरुआत की गई और देखते ही देखते बड़े बुजुर्ग युवक युवतियों की टोलियां एक दूसरे के घर जाकर रंग अबीर गुलाल एक दूसरे को लगाकर गले मिले वही ढोल नगाड़े और डीजे की धुन पर युवक और बच्चों ने खूब मस्ती करते हुए होली का पर्व मनाया।
युवाओ द्वारा एक दूसरे के कपड़े फाड़ कर कपड़ा फाड़ होली खेली गई देर शाम को लोग एक दूसरे के घर जाकर आपसी भाईचारा के साथ आपसी सौहार्द्र और एकता की मिसाल जागृत करते हुए आपस में गले मिलकर होली मनाई गई। ग्रामीण क्षेत्रों में फाग गायन की टीमों द्वारा घर घर जाकर फाग गायन किया गया और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर गले मिले गया।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा