लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने सरकार पर यह आरोप लगाया है कि पूरे देश के लोग ऑक्सीजन के बगैर तड़प-तड़प कर मर रहे हैं और प्रधानमंत्री अपने सपनों का हवा महल बनवा रहे हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचने की समय सीमा तय नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री का नया आवास बनकर तैयार हो रहा है।
जब तमाम लोग पैदल चल कर मर गए थे तब प्रधानमंत्री ने अपने लिए 8500 करोड़ का विमान खरीदा था, जिसकी प्रति घंटा उड़ान का खर्च करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये आता है। अब जब एक महीने ने देश का दम घुट रहा है, तब दिल्ली में नया प्रधानमंत्री आवास बनवाया जा रहा है। इस परियोजना का नाम है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट है।
सुनील सिंह ने कहा की कीमत लगभग 20 हजार करोड़ रुपये है नया प्रधानमंत्री आवास जो इस प्रोजेक्ट में है, दिसंबर 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। नया उपराष्ट्रपति आवास भी मई 2022 तक तैयार हो जाएगा। राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन है। जन जीवन ठप है। लेकिन सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के निर्माण के ‘जरूरी सेवाओं’ में शामिल किया जा रहा है। मगर ये नहीं बताया गया है कि लाशों के ढेर पर बनने वाला ये महल न बनता तो किसकी जान चली जाती।
अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने के बारे में क्या फैसला हुआ है, देश की जनता को मालूम है। एक महीने से लोग ऑक्सीजन, बेड, वेंटिलेटर और दवा के बिना जान गवां रहे हैं। हर दिन 20000 लोग मारे जा रहे हैं. देश की जनता को वैक्सीन लगवाने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है। हवा महल बनवाने के लिए पैसा है।
गरीबी के दिनों में भी अपने नागरिकों का फ्री में टीकाकरण करता आया है, उसी भारत में अब टीकाकरण के लिए पैसे वसूले जाएंगे। कम से कम एक तिहाई गरीब आबादी का टीकाकरण कैसे होगा, ये सोचने वाला कोई नहीं है। न उस पर कोई बहस करने को तैयार है।