पुलिस के अनुसार बच्ची के पिता जबलपुर में सरकारी नौकरी करते हैं. वह पिता के साथ ही रहकर वहां पढ़ाई करती है. 9वीं की यह छात्रा लॉकडाउन में मां के पास उमरिया आई थी. 11 जनवरी की दोपहर बच्ची किशोरी नगर सब्जी मंडी गई थी. इस दौरान यहां उसे दो आरोपी राहुल कुशवाहा और आकाश सिंह मिले. दोनों उसे एक दुकान में ले गए और बहला-फुसलाकर मोबाइल नंबर लिया और इसके बाद घुमाने के बहाने बाइक पर साथ ले गए.

दोनों आरोपी राहुल कुशवाहा और आकाश सिंह बच्ची को लेकर शहर से लगे भरौला-छटन के जंगल पहुंचे. यहां उन्होंने बच्ची को डरा-धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद उसे एनएच 43 किनारे पर मौजूद ढाबे पर ले गए. रात में उसे वहीं बंधक बनाकर रखा. यहां आरोपी आकाश व राहुल के अलावा ढाबा संचालक पारस सोनी व साथियों मानू केवट, ओंकार राय, ईतेंद्र सिंह व रजनीश चौधरी ने उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद दोनों आरोपी उसे छटन बस्ती के जंगल में भी ले गए, जहां उसके साथ दरिंदगी की.

पुलिस के अनुसार रेप के दूसरे दिन 12 जनवरी की सुबह बच्ची ने आरोपियों से बड़े पापा के पास कटनी भेजने की मिन्नतें की. आरोपियों ने ट्रक ड्राइवर रोहित यादव के साथ उसे ट्रक में बिठा दिया. रास्ते में इस ट्रक चालक ने भी बालिका के साथ दुष्कर्म किया. बाद में उसे विलायत कला- बड़वारा के समीप टोल नाके पर छोड़ दिया. यहां बालिका ने फिर से वापस उमरिया आने के लिए ट्रक चालक से लिफ्ट मांगी. उस ट्रक चालक ने भी बेबसी का फायदा उठाते हुए बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. बाद में उसे उमरिया के पास छोड़कर भाग गया.