देश के दक्षिण कश्मीर के संबूरा पांपोर में लगभग सात घंटे सुरक्षा कर्मियों और आतंकी के बीच मुठभेड़ चली। इस दौरान सुरक्षाबलों को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। इस मुठभेड़ में सवा तीन फुट का एक वो आतंकी मारा गया, जिसने लंबे समय से सेना और सुरक्षाबलों की नाक में दम कर रखा था। इतने छोटे कद के बाद भी वह कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने में सफल रहा। जिस पर 10 लाख का ईनाम भी था।
त्राली खतरनाक आतंकी:-
नूर मोहम्मद तांत्रे उर्फ नूरा त्राली बड़ा ही खतरनाक आतंकी था। अरिपाल त्राल का रहने वाला इस आतंकी का कद सवा तीन फुट का था। इसलिए इसे छोटा नूर के नाम से भी जाना जाता था। 47 वर्षीय तांत्रे कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका था।
2000 से आतंकी गतिविधियों में लिप्त
तांत्रे 2000 से आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहा। साल 2003 में दिल्ली में दर्ज एक मामले में दोषी था और उसने श्रीनगर केन्द्रीय कारागार में सजा काटी थी। वह वर्ष 2015 में पैरोल पर रिहा हुआ और इसके बाद से पैरोल बढ़वाता जा रहा था।
सुरक्षाबलों की परेशानी का सबब
ऐसे में वह एक दिन गायब हो गया और जैश-ए-मोहम्मद संगठन से फिर मिल गया। इसके बाद वह जैश ए मोहम्मद दक्षिण कश्मीर में डीविजनल कमांडर की कमान संभालने लगा। वह सुरक्षा एजेंसियों व सेना के लिए सिर दर्द बन चुका था।
10 लाख का ईनाम रखा गया
त्रांत्रे के आतंक को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने उसे डबल ए श्रेणी का आतंकी घोषित कर दिया। इतना ही नहीं छोटा नूर के जिंदा अथवा मुर्दा पकड़े जाने पर 10 लाख का ईनाम घोषित कर दिया था। इसके बाद से लगातार उसकी तलाश जारी थी।
कई बड़े हमलों को दिया अंजाम दिया
सितंबर महीने में उसने त्राल में राज्य के पीडब्लयूडी मंत्री के काफिले पर ग्रेनेड हमले की साजिश छोटा नूर शामिल था। 3 अक्तूबर को श्रीनगर एयरपोर्ट के साथ सटे बीएसएफ शीविर में हुए आत्मघाती हमले में भी वह शामिल था।