लखनऊ। केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी व उनके पुत्र की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज टीम आरएलडी के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम मिश्रा के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल के माध्यम से देना चाहता था, जिसे प्रदेश कार्यालय के द्वार पर ही पुलिस प्रशासन ने घेराबंदी कर रोकने का प्रयास किया, जिससे पार्टी समर्थकों में रोष व्याप्त हो गया और वह राज्यपाल को ज्ञापन देने की मांग पर अड़ गये।
अनुपम मिश्रा ने सरकार पर लोकतंत्र का गला घोटने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह कैसी सरकार है जो जनहित की आवाज को दबाना चाहती है और जनता की पीड़ा को उसके गले में ही घोट देना चाहती है। गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर में गृह राज्य मंत्री के काफिले द्वारा किसानों को अपने वाहन से कुचल कर मार डालने का आरोप है। जिस संबंध में एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है, किंतु प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से जनता में भारी आक्रोश है।
अनुपम मिश्रा ने कहा कि शालीनता और लापरवाही का आलम यह है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय तक को स्वत संज्ञान लेना पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार मंत्री तथा उसके आरोपी पुत्र को बचाने के लिए समय लगा रही है ताकि किसी भी तरह उन्हें बचाया जा सके पर राष्ट्रीय लोक दल किसानों के हितों ,सम्मान एवं जान माल की हिफाजत के लिए चट्टान की तरह अडिग खड़ा है। जब तक मंत्री की बर्खास्तगी व उनके पुत्र की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है। यह संघर्ष यूं ही जारी रहेगा।
इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता एसएन त्रिवेदी प्रदेश महासचिव रजनीकांत मिश्रा, राष्ट्रीय लोक दल के नेता योगेंद्र पांडे लकी, आरिफ महमूद, सुरेश श्रीवास्तव, मनीष मिश्रा, शैलेश श्रीवास्तव, नगर अध्यक्ष चंद्रकांत अवस्थी, प्रदेश सचिव रामावती तिवारी,कार्यालय प्रभारी इकराम सिंह, अभिषेक सिंह प्रदेश अध्यक्ष छात्र सभा, तेजपाल चौधरी पूर्व जिला पंचायत सदस्य, प्रमोद शुक्ला व सैकड़ों समर्थक उपस्थित रहे आरोपितों की गिरफ़्तारी व केंद्रीय मंत्री के इस्तीफ़े की माँग करते रहे।