तीन केरलवासियों सहित जहाज के 26 सदस्यीय दल जिन्हें पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी ने हिरासत में लिया है, जिन्हे आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए कथित तौर पर नाइजीरिया को सौंप दिया जाना है। वही विदेश मंत्रालय की तरफ से रिहाई के लिए प्रयास जारी हैं। दरअसल जब उन्हें हिरासत में लिया गया था तब चालक दल नॉर्वे स्थित जहाज एम टी हीरोइक इडुन पर सवार थे, जो 08 अगस्त को कच्चे तेल को भरने के लिए एकेपीओ टर्मिनल पर पहुंचे थे, जहाज और चालक दल को गिनी नौसेना ने इस संदेह में हिरासत में लिया था कि पोत कच्चे तेल की चोरी करने के लिए पहुंचा है।
गिनी नौसेना ने कथित तौर पर नाइजीरियाई नौसेना बल के इशारे पर जहाज को हिरासत में लिया था। यह कदम पूरे दल को नाइजीरिया को सौंपने का था। लेकिन विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन का कहना है कि सरकार प्रयास कर रही है की उन्हें नाइजीरिया की जगह सीधा अपने देश वापस लाया जाये।
विदेश राज्यमंत्री वी0 मुरलीधरन ने केरल में कहा कि मंत्रालय गिनी में हिरासत में लिए गए भारतीय नाविकों को देश वापस लाएगा। दूतावास फिलहाल इस मामले पर चर्चा कर रहा है।
नाविकों के नाइजीरिया में स्थानांतरण को रोकने के लिए मंत्रालय के अधिकारियों ने वहां के सरकारी अधिकारियों से संपर्क किया है। हालांकि कंपनी ने 20 लाख डॉलर का जुर्माना अदा किया, लेकिन गिनी नौसेना पोत को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी इसलिए विदेश मंत्रालय सरकारी अधिकारियों से बातचीत कर रहा है।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी