यूपी में एक और बड़ा एनकाउंटर (Encounter) हुआ है। एक साथ दो बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया है। जालौन में चार दिन पहले सिपाही भेदजीत की गश्त के दौरान हत्या कर फरार हुए बदमाशों को रविवार को पुलिस ने ढेर कर दिया।
सिपाही की हत्या को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था। अधिकारियों ने तीन टीमों को लगाया गया था। इसी बीच रविवार को पुलिस को जालौन में ही फैक्ट्री एरिया में बदमाशों का सुराग लगा। इसके बाद दो बदमाशों की घेरेबंदी हुई।
मंगलवार रात हाईवे की पुलिस चौकी ड्यूटी के दौरान सिपाही को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों को जल्द पकड़ना पुलिस महकमे के लिए चुनौती बना था। आईजी व डीआईजी की निगरानी में बदमाशों को घेरे जाने का ऑपरेशन पिछले चार दिन से चल रहा था। एसपी की अगुवाई में चार टीमों को लगाया गया था।
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पुलिस ने हाईवे के सभी ढाबों व होटलों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से बदमाशों के पीछे लगी थी। वारदात के बाद एडीजी आलोक सिंह व आईजी जोगेंद्र सिंह पूरे दिन मौके पर मौजूद रहे और एसपी डॉ ईरज राजा की अगुवाई में बदमाशों की धरपकड़ में लगी चारों टीमों से पल-पल जानकारी जुटाते रहे।
पुलिस ने दोनों को पकड़ने की कोशिश की तो फायरिंग हो गई। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें दोनों बदमाशों को गोली लगी। दोनों को अस्पताल भेजा गया। वहां दोनों की मौत हो गई। उरई के एसएचओ के हाथ और दो सिपाहियों के बुलेटप्रूफ जैकेट में भी गोली लगी है। पुलिस के अनुसार दोनों बदमाश एक और जघन्य वारदात को अंजाम देने जा रहे थे। दोनों की पहचान कल्लू निवासी रहिया और रमेश निवासी सरसोखी के रूप में हुई है।