WhatsApp ने 65 लाख से ज्यादा भारतीयों के वॉट्सऐप अकाउंट को बैन कर दिया है। कंपनी ने यूजर्स से मिलीं शिकायतों के बाद यह कदम उठाया है। दरअसल, भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले दिनोंदिन तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।
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हर दिन नए घोटाले के मामले सामने आ रहे हैं और मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप इन घोटालों का सबसे बड़ा अड्डा बनता जा रहा है। ऐसे इसलिए क्योंकि स्कैमर्स, वॉट्सऐप मैसेज या फिर कॉल के जरिए लोगों तक पहुंचते हैं और उनसे लाखों रुपये चुरा लेते हैं।
हालांकि, स्कैमर्स से निपटने के लिए अब वॉट्सऐप अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक सुरक्षित बनाने पर काम कर रहा है और यूजर्स से मिल ही शिकायतों को भी गंभीरता से ले रहा है। प्लेटफॉर्म ने हाल ही में मई 2023 के लिए अपनी मंथली यूजर सेफ्टी रिपोर्ट जारी की है और बताया कि कंपनी ने यूजर्स से शिकायतें मिलने के बाद 65 लाख से अधिक अकाउंट्स पर बैन लगा दिया है।
नई रिपोर्ट के अनुसार, जिसमें 1 मई से 31 मई तक का डेटा शामिल था, प्लेटफॉर्म ने कथित तौर पर भारत में 6,508,000 अकाउंट्स पर बैन लगाया है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि इसमें से 2,420,700 अकाउंट्स को यूजर्स की शिकायत मिलने से पहले ही बैन कर दिया गया था। बाकी अकाउंट्स की पहचान वॉट्सऐप के प्रीवेंशन और डिटेक्शन उपायों के माध्यम से की गई और फिर उन पर कार्रवाई की गई।
इसके अलावा, प्लेटफॉर्म को 3,912 ग्रीवांस रिपोर्ट्स भी प्राप्त हुईं, जिनमें से उसने 297 अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई की। “दुरुपयोग का पता लगाना किसी अकाउंट की लाइफस्टाइल के तीन चरणों में काम करता है: रजिस्ट्रेशन के समय, मैसेज भेजने के दौरान, और नेगेटिव फीडबैक के जवाब में, जो हमें यूजर रिपोर्ट और ब्लॉक के रूप में मिलती हैं।
दरअसल, वॉट्सऐप हर महीने आईटी नियम 2021 के तहत मंथली रिपोर्ट पब्लिश करता है। कंपनी इस रिपोर्ट में यूजर्स से मिलीं शिकायतों की संख्या और उस पर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी देती है। कंपनी का कहना है कि वह अपने यूजर्स से मिलीं सभी शिकायतों की समीक्षा करता है और प्लेटफॉर्म की पॉलिसी का उल्लंघन करने वाले अकाउंट्स पर कार्रवाई करता है। इसमें स्पैम, घोटाले और वॉट्सऐप यूजर्स की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले किसी भी व्यवहार जैसे मुद्दों पर कार्रवाई करना शामिल है।