• गन्ने की खेती में कृषि यंत्रों के प्रयोग से घटेगी लागत- बादल
• छोटे ट्रैक्टर की खरीद पर ढाढा चीनी मिल देगी 25 हजार अनुदान- करन सिंह
कुशीनगर, (मुन्ना राय)। अवध सुगर मिल ढाढ़ा हाटा अपने परिक्षेत्र में के ग्राम पिन्डरा गुरुदास में “बसंत कालीन गन्ना बुवाई, कृषि यंत्रों से लाभ” विषय पर गोष्ठी आयोजित हुई और गन्ना कृषि यंत्रों के लाभ बताए गए तो किसानों ने अपने अनुभव साझा किए।
उप्र गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केन्द्र पिपराइच गोरखपुर के पूर्व सहायक निदेशक डॉ ओम प्रकाश गुप्ता ने सह फ़सली खेती पर जोर देते हुए लहसुन, आलू, भिंडी का फोटोग्राफ दिखाते हुए कहा कि 400 से 500 कुंतल प्रति एकड़ गन्ना की उपज ले सकते हैं और महाराष्ट्र की तरह प्याज भी उगा सकते हैं। चीनी मिल के अधिशासी अध्यक्ष करन सिंह ने कहा कि छोटे ट्रैक्टर की खरीद पर मिल देगी 25 हजार अनुदान देगी।
छोटे ट्रैक्टर से गन्ना लाने पर तत्काल तौल होगा। गन्ना कृषि यंत्र विशेषज्ञ डीके बादल ने कहा कि कृषि यंत्रों के प्रयोग से उत्पादन लागत घटेगी और श्रमिक समस्या दूर होगी। पेड़ी प्रबंधन मशीन तथा ऑटोमेटिक केन प्लांटर प्रदर्शन कर दिखाया गया। किसान जागवली चौहान के बोए कोo 118, कोo लख 14201 का अवलोकन किया गया।
गन्ना प्रबंधक देवेश गिल और रामदेव शर्मा ने कोo 118, कोo 15023 गन्ने का लाभ बताया। बताया कि यह प्रति एकड़ 400 कुंतल उपज देगी । गोष्ठी में गिरीश तिवारी, जगदीश यादव, चंद्रभान पांडे, मिठू निषाद, श्रीकांत त्रिपाठी, रविंद्र त्रिपाठी सहित सौ किसान उपस्थित थे।