लेमनग्रास दिखने में साधारण घास लगती है, लेकिन यह शरीर के लिए बड़े कार्य की है. नींबू की महक के कारण इसकी महत्ता बहुत बढ़ जाती है. इस जड़ी-बूटी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं.
इसका प्रयोग नर्वस सिस्टम, स्कीन व इम्यून सिस्टम के लिए बहुत लाभकारी है. इसके सेवन से टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, कैंसर, पेट संबंधी बीमारियां, नींद न आने की बीमारी इनसोम्निया व सांस संबंधी बीमारियों से दूर रहने में मदद मिलती है.
नींबू की सुगंध वाली यह घास एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटी-सेप्टिक व विटामिन सी से भरपूर है जो रोगों से लड़ने की क्षमता पैदा करती है. इसमें कई पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए आदि पाए जाते हैं.
नींबू की सुगंध वाली लेमनग्रास का प्रयोग चाय बनाने में कर सकते हैं. इसका प्रयोग सूप बनाने में भी होने कि सम्भावना है. इसका पेस्ट सब्जियों में प्रयोग कर सकते हैं.
लेमनग्रास के ये हैं फायदे-
-चाय में प्रयोग करने पर बुखार, कफ व सर्दी में लाभ करता है. ताजे या सूखे दोनों तरह के लेमनग्रास का इस्तेमाल किया जा सकता है. लेमनग्रास की स्थान इसकी छाल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
-लेमनग्रास में कैंसर सहित कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने वाले गुण होते हैं. इस घास में एक खास तत्व होता है जिसे सिट्राल कहते हैं. ये तत्व कैंसर सेल्स को शुरुआती अवस्था में रोकने में अच्छा है. इस घास को ब्रेस्ट कैंसर व स्किन कैंसर में बहुत ज्यादा लाभकारी पाया गया है.
-लेमनग्रास का सेवन पाचन सुधारने में मदद करता है. इससे पेट की सूजन, पेट फूलना, पेट में ऐंठन, अपच, कब्ज, दस्त, उल्टी व ऐंठन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलने में मदद मिलती है.
-जिन बच्चों को सरलता से नींद नहीं आती, उनके लिए इनका सेवन लाभकारी है.
लेमनग्रास एनिमिया के विभिन्न प्रकार में उपयोगी होता है. इसके नियमित सेवन से शरीर में आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है.