रायपुर। बीजापुर (Bijapur) के नेशनल पार्क इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच बड़ी मुठभेड़ (Big Encounter) हुई है। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर हुए इस मुठभेड़ में सुरक्षा बालों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया है। मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए और दो जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायल जवानों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा ली गयी है। बस्तर संभाग के आईजीपी सुंदर राज ने इस मुठभेड़ की पुष्टि की है। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
विटामिन ए से लेकर ई तक, अच्छी सेहत के लिए जान लीजिए क्यों जरूरी हैं ये पांच विटामिन्स
जानकारी के मुताबिक़ नेशनल पार्क इलाके में रविवार सुबह सुरक्षाबलों का एक दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था। इसी दौरान नक्सलीओं से मुठभेड़ शुरू हो गई, इस मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए। इलाके में अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। सुरक्षा बालों के जवानों ने नक्सलियों को चारों तरफ से घेर रखा है।
जेल से आने के बाद फैंस से मुखातिब हुए कन्नड़ एक्टर, समर्थन के लिए कहा शुक्रिया, की ये गुजारिश
उल्लेखनीय है कि गत पांच फरवरी को छातीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पांच महिला नक्सली समेत छह नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर पांच महिला नक्सली समेत छह नक्सलियों हुंगा उर्फ हरेन्द्र कुमार माड़वी, आयते मुचाकी, शांति उर्फ जिम्मे कोर्राम, हुंगी सोड़ी, हिड़मे मरकाम और जोगी सोड़ी ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
महाकुंभ में 14 से 17 फरवरी के बीच बनेंगे चार विश्व रिकॉर्ड, नया कीर्तिमान स्थापित करने की तैयारी
दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली मलांगेर एरिया कमेटी के बुरगुम पंचायत में सक्रिय थे। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधाएं जैसे 10 हजार रुपये की मासिक आर्थिक सहायता, तीन वर्ष तक निःशुल्क आवास तथा भोजन, कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि आदि मुहैया कराई जाएगी। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 212 इनामी समेत कुल 900 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं।