कोरोना की वजह से देशभर में लॉकडाउन है। इसी के चलते टेलिकॉम कंपनियों ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए प्लान की वैलिडिटी बढ़ा दी थी। जानकारी के अनुसार टेलिकॉम ऑपरेटर्स भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो दो बार अपने प्रीपेड प्लान की वैलिडिटी बढ़ा चुकी हैं। लेकिन ऐसा हो सकता है कि अब 3 मई के बाद कंपनियां तीसरी बार ऐसा ना करें। इस मामले में रेगुलेटरी अथॉरिटी ने एक बयान में बताया कि वह टेलिकॉम ऑपरेटर्स पर अपने सब्सक्राइबर्स के प्रीपेड प्लान की वैलिडिटी बढ़ाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी नहीं करेगी।
इससे पहले ट्राई ने कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान प्रीपेड ग्राहकों को बिना रुकावट टेलिकॉम सर्विस देने के लिए टेलिकॉम कंपनियों से एक प्रीपेड रिचार्ज पैटर्न को सबमिट करने को कहा था। खबर के मुताबिक, ट्राई ने टेलिकॉम कंपनियों से मिले डेटा का विश्लेषण करने के बाद यह बयान जारी किया है। हालांकि, ट्राई अभी स्थिति को मॉनिटर करेगी और टेलिकॉम ऑपरेटर्स के साथ इस संपर्क में रहेगी। वहीं रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन ने भी इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
कोरोना संकट की मुश्किल घड़ी में भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने अपने प्रीपेड यूजर्स की वैलिडिटी बढ़ाई थी ताकि वे ग्राहकों को दोस्तों व परिवार से कनेक्ट रह सकें। इसके अलावा 10 रुपये का टॉक टाइम भी प्रीपेड ग्राहकों के अकाउंट में क्रेडिट किया था। इसी तरह बीएसएनएल ने भी यही ऑफर अपने ग्राहकों को दिए थे।
यही नहीं लॉकडाउन के दूसरी बार 3 मई तक बढ़ने पर टेलिकॉम कंपनियों ने दोबारा प्रीपेड यूजर्स की वैलिडिटी बढ़ाई। वोडाफोन आइडिया ने 9 करोड़ से ज्यादा उन सब्सक्राइबर्स की वैलिडिटी बढ़ाई जो कम आय वाले हैं। रिलायंस जियो ने अपने सभी ग्राहकों के लिए वैलिडिटी खत्म होने के बावजूद इनकमिंग कॉल की सुविधा बरकरार रखी है।