भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने उनके खिलाफ पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन पर सोमवार को गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जो ताकतें शाहीन बाग, किसान आंदोलन में सक्रिय थीं वही आज दिखाई दे रही हैं।
बृजभूषण ने कहा, ‘मैं शुरू से कह रहा था कि मेरा इस्तीफा इनका मकसद नहीं है। इनका निशाना तो कोई और है। इनकी मांग पर FIR दर्ज हो गई उसके बाद भी यह घर नहीं जा रहे हैं, जिस तरह से प्रियंका गांधी, केजरीवाल, रॉबर्ट वाड्रा पहुंचे, जैसे लोग इकट्ठा हो रहे हैं, जिन भाषा का प्रयोग हो रहा है और बाकी की चीजें हो रही हैं इससे प्रतीत हो रहा है कि यह खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है। इसके पीछे कुछ उद्योगपति हैं। वे मुझे नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। ये खिलाड़ी भी पेड हैं।’
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि इस मामले में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि जब उद्योगपति मेरे खिलाफ सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च कर सकते हैं जो जहां 5-10 लाख में लोग मर्डर करने के लिए घूमते हैं तो मुझे जान-माल का खतरा तो है ही। इसमें हार जाएंगे तो वे मुझे नुकसान पहुंचाएंगे। उन्होंने यह तय कर रखा है कि बृजभूषण सिंह को जीने नहीं देना है। आप बताइए कि कपिल सिब्बल साहब की फीस 50 लाख रुपये है। ये लोग तो 9-9 वकील खड़े कर देते हैं। क्या एक सामान्य खिलाड़ी इतने महंगे वकील रख सकता है। यह भी शाहीन बाग वाले आंदोलन की दिशा में बढ़ रहा है। ये लोग उत्तर प्रदेश और हरियाणा को बांटना चाहते हैं।’