- Published by- @MrAnshulGaurav
- Thursday, May 27, 2022
लखनऊ : सरकार की मंशा, उपभोक्ताओं का ख्याल और अवैध शराब तस्करी को रोकने में जुटा आबकारी महकमा. आबकारी आयुक्त की नजर में पकड़ आया ब्रैंडेड कम्पनियों का खेल, दिल्ली की तुलना में यूपी में ज्यादा कीमत पर हो रही थी सप्लाई.
आबकारी आयुक्त का मानना था कि आयातित ब्रांड का कस्टम से बाहर आने तक हर राज्य के लिए एक रेट होना चाहिए जबकि दिल्ली व उत्तर प्रदेश के रेट में फर्क था. दोनों राज्यों की इम्पोर्टेड शराब की कीमतों में काफी अंतर के चलते यूपी के लोगों को इसके लिए महंगी कीमत चुकानी पड़ती थी.
आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन के संज्ञान में इस बात के आने के बाद अपर मुख्य सचिव के निर्देशन में इसकी तहकीकात हुई ताकि लोगों को उचित मूल्य पर इम्पोर्टेड शराब मिल सके. इस संबंध में आबकारी आयुक्त का कहना है कि सरकार की मंशा के अनुरूप उपभोक्ताओं के हित में काम करना साथ ही अवैध शराब की तस्करी को रोकना ही हमारी ड्यूटी है.