रायबरेली। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में आयोजित विशाल जनसभा में कहा की देश में ऐसी साजिश रचा जा रहा है, जिससे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तेजी से आगे बढते देश के विकास की रफ्तार को थामा जा सके। देश की जनता द्वारा दो बार नकारे जा चुके लोगों का एक समूह बन गया है जो इस प्रकार के षडयंत्र में शामिल रहते हैं। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट विचारधारा देश में समाप्त होने के कगार पर पहुच गई है। अपने विलुप्त होते अस्तित्व को बचाने के लिए कम्युनिस्ट षडयंत्र रच रहे हैं। ये खुद हिंसा फैलाते हैं पर भाजपा और संघ को बदनाम करने की चाल चलते हैं। उन्होंने कहा कि जेएनयू में जिस प्रकार से हिंसा हुई और उसके बाद आनन फानन में जिस प्रकार से देशभर में प्रदर्शन हुए वह यह बताता है कि यह एक साजिश है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बढते विजय रथ को देखकर पाकिस्तान बांगलादेश आदि में हडकम्प मच गया। जिस प्रकार की शानदार प्रगति भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में की है उससे घबराकर उनको कमजोर करने का षडयंत्र रचा जा रहा है। विरोधी इस बात से भी भयभीत हैं कि अब तो भाजपा को अल्पसंख्यकों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। नागरिकता संशोधन बिल को राष्ट्रहित में बताते हुए कहा कि यह बिल किसी के भी विरोध में नहीं है। यह किसी के अधिकार को लेने वाला नहीं बल्कि शरणार्थियों को अधिकार प्रदान करने वाला बिल है। यह उन वंचितों को अधिकार देने का कानून है जो 31 दिसम्बर 2014 के पूर्व भारत में रह रहे थे पर उन्हें देश की नागरिकता नहीं प्राप्त थी।
यह कानून पाकिस्तान बांगलादेश व अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को देश की नागरिकता प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त करता है। डॉ. शर्मा ने एमआईएम के नेता ओवेसी द्वारा मुस्लिमों को इस कानून के दायरे में नही रखने के सवाल पर कहा कि इस कानून में जिन देशों के अल्पसंख्यक लोगों को नागरिकता देने की बात कही गई है, वहां पर मुसलमान अल्पसंख्यक नहीं बल्कि बहुसंख्यक है। जो समुदाय बहुसंख्यक है वह शरणार्थी नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री साफ कर चुके हैं कि किसी भी मुसलमान के अधिकार कम नहीं होंगे। जो अधिकार पहले थे वह आज भी रहेंगे। मुसलमानों को देश की नागरिकता लेने के लिए जिस प्रक्रिया का पहले पालन करना होता थे उसका पालन आज भी करना होगा। इसमे कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह बात कोई लोगों को समझाए इसके पूर्व ही देश में हुडदंग हो गया।
डिपटी सीएम ने कहा कि सीएए कानून को लेकर मुसलमान बंधुओं को गुमराह किया गया है। प्रदर्शनों में शामिल होने वालों को तो इस कानून का सत्य पता ही नहीं चलने दिया गया। उन्हें नागरिकता चली जाएगी, लाइन में लगना पडेगा जैसी बाते कहकर भडकाने के साथ ही इस कानून के खिलाफ दुष्प्रचार किया गया। वे इस कानून की आड में हिन्दू और मुसलमान के बीच में विभेद पैदा करना चाहते हैं। ऐसी ताकते देश में अराजकता का तांडव करना चाहती थी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को विरोध प्रदर्शन का अधिकार होता हैं पर विरोध के नाम पर हिंसा व सम्पत्ति को नुकसान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उपद्रवियों ने हिंसा के साथ पुलिस पर भी आक्रमण किया जिसमें पुलिस बल के लोग भी घायल हुए हैं। उपद्रवियों के पास प्रतिबंधित हथियार भी मिले हैं। इन प्रदर्शनों में टुकडे टुकडे गैंग के कुछ लोग सभी जगह कामन रहे हैं। यही टुकडे टुकडे गैंग देश को बांटने का सपना देखता है। वह लोगों को हिन्दू मुसलमान में बंाटकर अराजकता फैलाना चाहता है जिससे यह दिखा सकें कि शासन ठीक से नहीं चल रहा है। कोर्ट का भी कहना है कि अगर कोई व्यक्ति सम्पत्ति को नुकसान पहुचाए तो उसकी सम्पत्ति से वसूला जाना चाहिए तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री यही कर रहे हैं। यह कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ हो रही है जो देश को अस्थिर करना चाहते हैं। इस बार एकता और प्रेम की नगरी लखनऊ पर अराजक ताकतों ने कलंक लगाने का काम किया है। यह देश हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई सभी का देश है।
उन्होंने कहा कि जो लोग कश्मीर से धारा 370 को हटाने पर अराजकता होने का अंदेशा जताते थे उन्होंने भी देखा कि प्रधानमंत्री ने इस धारा को हटाया भी और पूरी तरह से शान्ति बनी रही । इसके अलावा प्रधानमंत्री का कहना है कि नारी भारत में सम्माननीय है और इसीलिए मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के अभिशाप से मुक्ति दिलाने के लिए भी कानून बनाया। यह दोनेा कार्य प्रधानमंत्री व गृहमंत्री की मजबूत प्रशासनिक क्षमता के कारण ही संभव हुए है। प्रधानमंत्री हमेशा ही 130 करोड देशवासियों के कल्याण और विकास की बात करते हैं। जो लोग भाजपा के राम मंदिर बनाने पर तंज कसते थे वे भी देखेंगे कि दुनिया का सबसे भव्य मंदिर अयोध्या में ही बनने जा रहा है।
कार्यक्रम की समाप्ति के बाद एक विशाल पद संचलन का आयोजन हुआ इसका नेतृत्व डॉ. दिनेश शर्मा उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सह प्रांत प्रचारक मनोज, प्रशांत भाटिया, विधायक दिनेश प्रताप सिंह, दल बहादुर कोरी, राम नरेश रावत, भारतीय जनता पार्टी रायबरेली प्रभारी सुधीर हलवासिया, राजा राकेश प्रताप सिंह, रामदेव पाल आदि मौजूद रहे।