• वाद विवाद प्रतियोगिता में लखनऊ विश्वविद्यालय की वीरना तिवारी बनी विजेता
लखनऊ। प्रख्यात महिला नेत्री स्वर्गीय कमला बहुगुणा के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के 40 विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति द्वारा 15 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा है, इसी क्रम में आज लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में ‘क्या भारत में महिलाओं को आरक्षण देने से वास्तविक समानता हासिल की जा सकती है’ विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
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इस प्रतियोगिता में लखनऊ विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों से 329 छात्र छात्राओं ने पंजीकरण किया जिसमें 25 छात्र छात्रा फाइनल राउंड के लिए चुने गए। जिन्होंने आज इस वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लिया।
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वाद विवाद प्रतियोगिता में विषय के पक्ष में वक्ताओं ने आरक्षण को आजाद भारत में महिलाओं के विकास को गतिमान करने के लिए आवश्यक बताया और महिलाओं को राष्ट्र निर्माण में अधिक से अधिक भागीदारी का पक्ष लिया वहीं विपक्ष में वक्ताओं का मत था कि भारत के इतिहास में सक्षम महिलाओं की कमी कभी नहीं थी।
महिला सशक्तिकरण हेतु रूढ़िवादी पुरुष प्रधान मानसिकता को बदलना पड़ेगा क्योंकि आरक्षण द्वारा महिला हिंसा वह महिला पर हो रहे सामाजिक भेदभाव को समाप्त किया जा सकता है। महिलाओं को आरक्षण की आवश्यकता नहीं बल्कि शसक्तीकरण की जरूरत है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि उनकी मां कमला बहुगुणा का जीवन वृत 20वीं सदी की महिलाओं की विषमताओं व संघर्ष को दर्शाता है उनके परिवार ने रूढ़ियों को त्यागते हुए अपनी पुत्री को उच्च शिक्षा सहित अपनी योग्यता के अनुसार लक्षण को प्राप्त करने की सभी सुविधाएं दी।
व्यापार सेवा की सहायता से थी और 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र के रूप में अग्रणी पंक्ति में खड़ी थी वह उत्तर प्रदेश जिला परिषद की प्रथम निर्वाचित महिला अध्यक्ष चुनी गई थी और छठवीं लोकसभा में फूलपुर लोकसभा से सांसद चुनी गई। गांधीवाद में अटूट विश्वास रखने वाली कमला बहुगुणा ने समाज सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी उन्हें सभी प्यार से मम्मी कहकर पुकारते थे।
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आज की वाद विवाद प्रतियोगिता में लखनऊ विश्वविद्यालय की वीरना तिवारी प्रथम, शगुन सिंह द्वितीय व आर्यन मिश्रा तृतीय चुने गए। छात्र छात्रों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। इस वाद विवाद प्रतियोगिता का फाइनल नवंबर के दूसरे सप्ताह में आयोजित किया जाएगा।
जिसमें प्रथम पुरस्कार रुपये 51000, द्वितीय पुरस्कार रुपये 31000, और तृतीय पुरस्कार के रूप में ₹21000 प्रदान किए जाएंगे और ₹2100 फाइनल के सभी प्रतिभागियों को दिए जाएंगे। इस अवसर पर डॉ अम्बार रिज़वी,प्रो वी सी मनोरका खन्ना, प्रो वीके शर्मा, पीसी जोशी, दिनेश कुमार, मनोज शर्मा, निशी पाण्डेय सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।