Ayodhya,(जय प्रकाश सिंह)। डाॅ राममनोहर लोहिया की जयंती के अवसर पर अवध विश्वविद्यालय के लोहिया वाटिका में डाॅ लोहिया जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। रविवार को प्रातः 10 बजे विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल (Prof Pratibha Goyal) व कला एवं मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो आशुतोष सिन्हा, लोहिया चेयर के समन्वयक डाॅ सुरेन्द्र मिश्र, कुलसचिव उमानाथ सहित अन्य शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
हक और सम्मान को लेकर संघर्ष को आगे आएं पत्रकार: अजय सिंह
इस अवसर पर कुलपति प्रो गोयल ने बताया कि डाॅ राममनोहर लोहिया विश्व शांति व न्याय के प्रबल समर्थक रहे है। जीवन पर्यन्त सभी को समान शिक्षा मिले इसके लिए वे आजीवन प्रयासरत रहे। उन्होंने सत्य को समाज व्यवस्था के लिए उपयोगी बताया।
कुलपति ने बताया कि लोहिया जी ने सप्त क्रांति की पहल की थी जो समाजवाद के लिए आदर्श रही है। उन्होंने गांधीवादी सिद्धांतों से प्रेरित होकर समाजवाद का एक वैकल्पिक उदाहरण प्रस्तुत किया और देश की रक्षा को सबसे बड़ा कर्तव्य मानते थे। इस पुनीत अवसर पर सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
कला एवं मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो आशुतोष सिन्हा ने बताया कि डाॅ लोहिया स्वतंत्रता सेनानी, विचारक व समाजवादी होने के साथ समाजवाद, स्वतंत्रता एवं न्याय के लिए निरन्तर सघर्ष किया। वे सत्ता व अधिकार को विकेन्द्रीकृत करने के पक्षधर थे। उनके विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है।
इसी क्रम में लोहिया चेयर के समन्वयक डाॅ सुरेन्द्र मिश्र ने बताया कि लोहिया जी भारतीय समाज में व्याप्त कुरीतियों को साम्प्रदायिकता का मूल कारण मानते थे। इस अवसर पर प्रो विनोद श्रीवास्तव, प्रो शैलेन्द्र वर्मा, डाॅ महेन्द्र सिंह, डाॅ शैलेन कुमार, डाॅ प्रभात कुमार सहित अन्य शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद रहे।