भारत सरकार ने लाहौर घोषणापत्र पर पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की टिप्पणियों से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘आप इस मुद्दे पर हमारी स्थिति से अवगत हैं।’ उन्होंने कहा, मौजूदा हालात से साफ है कि पाकिस्तान में भी एक निष्पक्ष दृष्टिकोण उभर रहा है। बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने अपनी भूल स्वीकार करते हुए कहा था कि भारत के साथ युद्ध गलती थी और उनके देश ने लाहौर घोषणापत्र का उल्लंघन किया था।
फलस्तीन को संपूर्ण राष्ट्र की मान्यता देने पर विदेश मंत्रालय का जवाब
फलस्तीन को संपूर्ण राष्ट्र की मान्यता देने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक के अंत में भारत द्वारा फलस्तीन को संपूर्ण राष्ट्र की मान्यता दी थी। उन्होंने आगे कहा कि भारत ने लंबे समय से दो देशों के बीच समाधान (two-state solution) का समर्थन किया है।
प्रज्ज्वल रेवन्ना को भेजा कारण बताओ नोटिस- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जेडी-एस से निष्कासित सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने रेवन्ना के राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही रेवन्ना के खिलाफ 23 मई को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। जायसवाल ने कहा कि रेवन्ना को दस दिन का समय दिया गया है और उनके जवाब का इंतजार किया जा रहा है।
‘ब्रिक्स सम्मेलन पर भारत की नजर’
रणधीर जायसवाल ने कहा भारत ने हमेशा से इस बात पर जोर दिया है कि ब्रिक्स (BRICS) एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष रूस में ब्रिक्स सम्मेलन होना है और भारत लगातार इस पर नजर बनाए हुए है। जायसवाल ने कहा कि ब्रिक्स में किसी अन्य देश को शामिल करने का फैसला इसके सदस्य देशों के द्वारा लिया गया जाता है।
‘गाजा में कर्नल काले की मौत की जांच की जा रही है’
गाजा में भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी कर्नल वैभव अनिल काले की मौत पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस्राइल की तरफ से इस मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले की जांच पूरी हो जाएगी।