लखनऊ विश्वविद्यालय में आज राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के बीच युवाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर Y-20 के प्रतिनिधि अजय कश्यप के साथ G20 और विभिन्न मुद्दों पर संवाद और परिचर्चा हुई।
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विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने पिछले 5 महीनों से लखनऊ विश्वविद्यालय में G20 पर विचार-विमर्श के विभिन्न कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू किया है और यह कार्यक्रम उसी की निरंतरता में है।
कार्यक्रम की शुरुआत लखनऊ विश्वविद्यालय अधिष्ठाता छात्र कल्याण, प्रो पूनम टंडन के स्वागत भाषण से हुई। अजय कश्यप- Y-20 इंडिया के संयोजक और राष्ट्रमंडल युवा परिषद में भारतीय प्रतिनिधि ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपना परिचय दिया और उन सभी का अभिवादन किया।
अजय कश्यप ने G20 प्रेसीडेंसी के बारे में बात की और विशेष रूप से G20 की प्रासंगिकता पर छात्रों से बातचीत की। अजय कश्यप के साथ छात्रों ने जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, जल प्रबंधन और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों जैसे विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की।
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श्री कश्यप ने कहा कि G20 पूरी दुनिया की कुल आबादी का 75% है। उन्होंने आगे कहा कि भारत वह देश है जिस पर वसुधैव कुटुम्बकम के वैचारिक ढांचे के कारण पूरे विश्व का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी है।
श्री कश्यप ने यह भी बताया कि भारत एक उदाहरण देकर दुनिया का नेतृत्व कर रहा है कि भारत अफ्रीका को सबसे अधिक पीत ज्वर का टीका सस्ती कीमत पर उपलब्ध कराता है। यह पूरी दुनिया के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने विभिन्न मुद्दोंपर बात की। जैसे कि कौशल विकास, शांति, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, भारत में भविष्य और लोकतंत्र। आगे उन्होंने स्वास्थ्य और योग परबात की, जिसमें उन्होंने कहा कि दुनिया द्वारा मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया के लिए आध्यात्मिकता की प्रासंगिकता को दर्शाता है।
इस दौरान प्रोफेसर पूनम टंडन, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, लखनऊ विश्वविद्यालय, घनश्याम शाही, सामाजिक कार्यकर्ता, प्रोफेसर आरपी सिंह, प्रोफेसर राघवेंद्र सिंह और डॉ वरुण छाछर ने भाग लिया और अपने विचार अंतर्राष्ट्रीय छात्र छात्राओं से साझा करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।