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नवप्रवर्तन तथा उद्यमिता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आत्मनिर्भर भारत अभियान में यूपी की भूमिका व योगदान का निर्धारण किया था। इसके अनुरूप उनकी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इन्वेस्टर्स समिट,एक जिला एक उत्पाद,स्टार्ट अप,मेक इन इंडिया की दिशा में पहले ही प्रयास चल रहे थे। इसी क्रम में योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी भारतीयों के सहयोग की भी कार्ययोजना बनाई थी। पिछले तीन वर्षों में इसके दृष्टिगत भी कदम उठाए गए। पहले प्रवासी भारतीयों का कोई डाटा बेस नहीं था। अब यह सम्भव हो सकेगा।

प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन की दिशा में विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों और निवेशोन्मुखी नीतियों का विदेशों में बसे प्रवासी भारतीयों में प्रचार प्रसार इस वेब पोर्टल के माध्यम से हो सकेगा। वेब पोर्टल को उद्योग बन्धु एमएसएमई, टूरिज्म, हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग, गृह, राजस्व, औद्योगिक विकास, कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा सूचना विभाग के पोर्टल से लिंक किया गया है। जिससे इन विभागों की नीतियों व शासनादेशों से प्रवासी भारतीय लाभान्वित हो सकेंगे। इस वेब पोर्टल में एनआरआई कनेक्ट का एक लिंक भी है। जिसमें निवेश से जुड़े विभिन्न विभाग शामिल रहेंगे।

योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी भारतीय विभाग, उत्तर प्रदेश के इस एकीकृत वेब पोर्टल का शुभारम्भ किया। उन्होंने पहले किये गए प्रयासों का भी उल्लेख किया। कहा कि गत वर्ष पन्द्रहवें प्रवासी भारतीय वृहद आयोजन वाराणसी में सफलतापूर्वक किया गया था। जिसमें साढ़े सात हजार से अधिक प्रवासी भारतीयों की सहभागिता रही। ये सभी प्रतिनिधि उस समय चल प्रयागराज कुम्भ में भी शामिल हुए थे। इन आयोजनों से उत्तर प्रदेश के विषय में प्रवासी भारतीयों में अच्छी धारणा विकसित हुई। इन आयोजनों को सफल बनाने में उत्तर प्रदेश के प्रवासी नागरिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन ने प्रवासी भारतीयों को उत्तर प्रदेश में उनकी जड़ों से जोड़ने का कार्य किया है। प्रयागराज के इस कुम्भ में चौबीस करोड़ लोग शामिल हुए थे। जबकि इसके छह वर्ष पहले हुए कुम्भ में बारह करोड़ लोग ही आये थे। योगी सरकार के प्रयासों से प्रयागराज कुम्भ में अनेक कीर्तिमान स्थापित हुए। इसकी पूरी दुनिया में चर्चा हुई। प्रवासी भारतीय भी बहुत प्रभावित हुए। उत्तर प्रदेश की अच्छी छवि बनी। पर्यटन व निवेश के प्रति लोग आकर्षित हुए। इसी प्रकार अयोध्या के दीपोत्सव, बरसाने की होली, काशी की देव दीपावली के आयोजन प्रारम्भ किए गए। इनसे उत्तर प्रदेश में पर्यटन बढ़ा और लोगों की धारणा बदली। इन सबसे उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान मिली। कोरोना आपदा के समय भी उत्तर प्रदेश में अनेक उल्लेखनीय कार्य किये गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी के दौरान चालीस लाख श्रमिक कामगारों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित की गई। यह श्रमिक व कामगार यहां पर रहकर उत्तर प्रदेश के विकास में योगदान दे रहे हैं। विभिन्न देशों में रोजगार के लिए उत्तर प्रदेश मूल के प्रवासी कामगारों के डाटा बेस का समावेश वेब पोर्टल में किया जाएगा। जिससे किसी प्रकार की असुविधा होने पर इन कामगारों को सहयोग व सहायता प्रदान की जा सके। विदेशों में रोजगार हेतु जाने वाले कामगारों में सर्वाधिक भागीदारी उत्तर प्रदेश की है।

इन कामगारों प्रवासी भारतीयों की समस्याओं का समाधान नवनिर्मित वेब पोर्टल के माध्यम से हो सकेगा। यह वेब पोर्टल युवाओं व कामगारों को रोजगार देने में सहायक होगा।साथ ही प्रवासी भारतीयों को उनकी जड़ों से जोड़ने का भी अवसर मिलेगा। प्रवासी भारतीयों की तीन चार पीढ़ियां वहां पर रही हैं। ऐसे लोग अपनी जड़ों से जुड़ने के साथ साथ प्रदेश में निवेश के इच्छुक हैं। इन लोगों को एकीकृत वेब पोर्टल से मदद मिलेगी।

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

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