ऊंचाहार/रायबरेली। योगी सरकार के क्लीन यूपी ग्रीन यूपी मुहिम को वनविभाग के अधिकारी ठेंगा दिखा रहे है। जिसका उदाहरण है कि गंगाकटरी क्षेत्र के गांव पूरे रामबख्स मजरे कोटियाचित्रा मे सरेआम हरीभरी महुआ के पेडों मे आरा चलाकर हरीभरी बाग उजाडा जा रहा है।
बाग में वृक्षहंताओं के द्वारा सरेआम आरा
मामला ऊंचाहार कोतवाली के गंगाकटरी गांव पूरे रामबख्स मजरे कोटिया चित्रा का है। गांव के निकट महुआ की हरी भरी बाग है। जहां पर कई दिनो से हरीभरी बाग में वृक्षहंताओं के द्वारा सरेआम आरा चलाकर बाग को नष्ट किया जा रहा है।जिसमे प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो महुआ के आठ पेड़ कट चुके है आगे भी निरंतर वृक्षहंताओं के द्वारा कुल्हाडी व आरा से कटान जारी कर रखा गया है।
लंबे पैमाने पर कटान वन विभाग की पोल खोलने
नियमतः देखा जाए तो इन दिनो महुआ में फल का सीजन होने पर वन विभाग परमिट इतने बड़े कटान का नही दे सकता है,क्योकि आम मे बौर व महुआ के फल व फूल गिरने का समय इन दिनो माना जाता है। हालांकि देखा जाए तो गंगाकटरी क्षेत्र मे कोई भी पेड़ का कटान का परमिशन दिया ही नही जा सकता है। जिसके बावजूद गंगाकटरी क्षेत्र मे इतने लंबे पैमाने पर कटान वन विभाग की पोल खोलने के लिए काफी है। सूत्रों कीमाने तो वृक्षहंताओं यानी ठेकेदार व वनविभाग के मिलीभगत से ये कटान जारी है। हालांकि इसपर विराम कब लगेगा ये एक प्रश्नचिन्ह नकर गूंज रहा है?
जांचोपरांत अग्रिम कार्यवाही करेंगे : एसडीएम केदारनाथ गुप्ता
वनविभाग के एक दरोगा ने बताया कि प्रकरण की जांच करने के बाद ही कुछ बता पाएंगे। एसडीएम केदारनाथ गुप्ता ने बताया गुरूवार के दिन लोकसभा के चुनाव की तयारी को लेकर लखनऊ गए हैं,वापस पहुंचने के बाद जांचोपरांत अग्रिम कार्यवाही करेंगे।