केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुतो का मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने औपचारिक स्वागत किया। केन्याई राष्ट्रपति तीन दिवसीय दौरे के लिए एक उच्च स्तरीय आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। केन्या के किसी राष्ट्रपति की बीते छह सालों में यह पहली भारत यात्रा है।
राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा गणमान्य अतिथियों के सम्मान में एक राजकीय भोज का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति रुतो के साथ दोनों देशों के बीच संबंधों को गहरा करने को लेकर विस्तृत चर्चा भी की। केन्याई राष्ट्रपति मंगलवार को बिजनेस जगत के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
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इस दौरान पीएम मोदी ने कहा भारत की विदेश नीति में अफ्रीका को हमेशा उच्च स्थान दिया गया है। पिछले दशक में हमने अफ्रीका के साथ अपना समर्थन और सहयोग मजबूत किया है। दो कृषि-अर्थव्यवस्थाओं के रूप में हमने अपने अनुभव साझा करने पर सहमति जताई है। केन्या के कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करने के लिए 250 मिलियन डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट प्रदान करने का भी निर्णय लिया है। हम टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में अपना सहयोग बढ़ा रहे हैं।
केन्या के राष्ट्रपति ने कहा भारत और केन्या बहुत अच्छे दोस्त हैं। केन्या की आजादी से पहले से हमारे बीच विभिन्न स्तरों पर राजनयिक संबंध थे। हम देख रहे हैं कि हम ग्रामीण विकास और खासकर कृषि क्षेत्र में साझेदारी कर सकते हैं।
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विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भी रुतो से मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा राजकीय दौरे की शुरुआत में केन्या के राष्ट्रपति विलियम्स रुतो से मुलाकात करना सम्मान की बात है। ग्लोबल साउथ की चिंताओं पर उनके दृष्टिकोण की सराहना की। हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनकी अंतर्दृष्टि को महत्व दिया।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी