Breaking News

आतंकियों के निशाने पर लम्बे समय से है उत्तर प्रदेश

यूपी एटीएस ने वर्ष 2017 में अभियान चलाकर आइएसआइएस के एक के बाद एक कई संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा था। एटीएस ने तेलंगाना पुलिस के इनपुट पर आइएसआइएस के खुरासान मॉड्यूल के आतंकी सैफुल्ला को भी एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। खुरासान मॉड्यूल का उस समय एटीएस टीम ने लगभग पूरी तरह से खात्मा कर दिया था।

एटीएस की छापेमारी में खुरासान मॉड्यूल ग्रुप के 10 में से 9 सदस्‍यों को गिरफ्तार किया गया था और आतंकी सैफुल्लाह को ढेर कर दिया गया था। इसके बाद लखनऊ करीब शांत हो गया था, लेकिन अब एक बार फिर से राजधानी में आतंकियों के पकड़े जाने के बाद शहरवासियों में दहशत है। सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्‍या आतंकी लखनऊ को अपना सेंटर या पनाहगार बनाना चाहते हैं?

इंदिरानगर से 2016 में पकड़ा गया था अलीम
एनआइए के इनपुट पर जनवरी 2016 में एटीएस ने राजधानी के इंदिरानगर से एक संदिग्ध आतंकी अलीम को पकड़ा था। इससे पूछताछ में पता चला था कि, आईएसआईएस के आठ आतंकियों ने इंदिरानगर में बसंत विहार स्थित घर के पास गुपचुप बैठक की थी। इस बैठक में तय हुआ था कि बम विस्‍फोट करके हरिद्वार में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई जाएगी, जिसके लिए विस्फोटक व अन्य सामग्री भी जुटा ली गई थी। अलीम की गिरफ्तारी के साथ ही एसटीएस ने कुशीनगर और हरदोई से भी आईएसआईएस के दो अन्य संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था।

कचहरी के बाहर 2007 में हुआ था ब्लास्ट
इससे पहले वर्ष 2007 में भी लखनऊ में कचहरी के बाहर ब्लास्ट हुआ था। इसके अलावा वाराणसी और अयोध्या में भी कचहरी के बाहर सीरियल ब्लास्ट होने से हड़कंप मच गया था। उस वक्‍त गिरफ्तार किए गए कई आतंकी आज भी जेल में बंद हैं।

कानपुर में भी धरे गए थे आतंकी
वहीं कानपुर में एक ऑपरेशन के दौरान पकड़े गए खुरासान मॉड्यूल के आतंकियों के पास से आइएसआइएस से जुड़े होने के कई सबूत मिले थे। एटीएस ने इस दौरान दो लैपटॉप बरामद किए थे, जिसमें बम बनाने के वीडियो के अलावा आइएसआइएस के लिटरेचर बरामद हुए थे। उस वक्‍त एटीएस ने दावा किया था कि, 27 मार्च के बाद यह आतंकी लखनऊ के आसपास बड़े धमाके करने की प्लानिंग में थे।

About Samar Saleel

Check Also

लखनऊ को और बेहतर, और अधिक सुन्दर बनाने के लिये करें वोट- पंकज सिंह

• प्रबुद्ध वर्ग, चिकित्सकों, केमिस्टों और वरिष्ठ व्यापारियों के अनुरोध पर चाय पर चर्चा में ...