लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के गौरवशाली 50 वर्ष (50 Glorious Years) पूरे होने पर रसायन विज्ञान, 1975 बैच के पूर्व छात्र (Alumni of Chemistry, 1975 Batch) और रसायन शास्त्र विभाग (Chemistry Department) ने 22 मार्च को संयुक्त रूप से विभाग के मल्टी एक्टिविटी हॉल में स्वर्ण जयंती पूर्व छात्र मिलन समारोह (Golden Jubilee Alumni Meet Ceremony) का आयोजन किया गया। समारोह का उदघाटन कुलपति प्रो आलोक कुमार राय (VC Pro Alok Kumar Rai) ने किया। सायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो अनिल मिश्रा (Pro Anil Mishra) ने विभाग की उपलब्धियों और गतिविधियों की जानकारी दी।
प्रो अनिल मिश्रा ने बताया कि अगस्त 2022 से विभाग नियमित आधार पर पूर्व छात्र व्याख्यान श्रृंखला आयोजित कर रहा है। विभाग ने रिसर्च स्कॉलर्स फोरम सेमिनार भी शुरू किया है, जिसमें शोधार्थी अपनी प्रस्तुतियाँ देते हैं। अब तक अस्सी सेमिनार आयोजित किये जा चुके हैं। विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष एवं पूर्व छात्र प्रतिनिधि डॉ सुधा जैन ने स्वर्ण पदक की स्थापना और स्वर्ण जयंती समारोह के उत्सव की पृष्ठभूमि से आगत अतिथियों को अवगत कराया।
डॉ सुधा जैन ने बताया कि अपनी स्वर्ण जयंती को उचित तरीके से मनाने के उद्देश्य से पूर्व छात्र संघ, 1975 बैच ने ‘एमएससी (रसायन विज्ञान), 1975 बैच के पूर्व छात्र, के नाम से एक स्वर्ण पदक की स्थापना की है। यह स्वर्ण पदक लखनऊ विश्वविद्यालय (कैनिंग कॉलेज) के रसायन विज्ञान विभाग में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में सर्वोच्च अंक प्राप्त छात्र को प्रति वर्ष दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी विशेष बैच के पूर्व छात्र के नाम पर कोई स्वर्ण पदक स्थापित किया गया है। पदक का शुभारंभ कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा किया गया।
इसके पूर्व कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने अपने उद्घाटन भाषण में विश्वविद्यालय के छात्रों के हित में स्वर्ण पदक की स्थापना के लिए 1975 बैच के पूर्व छात्र संघ के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम पूर्व छात्र-शिक्षा जगत के जुड़ाव को बढ़ाते हैं जो विश्वविद्यालय में शिक्षा और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता को ऊपर उठाने में सहायक होगा।
पूर्व छात्रों के प्रतिनिधि कैलाश कुमार ने स्वर्ण जयंती समारोह के बारे में एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया और 1975 बैच के पूर्व छात्रों का संक्षिप्त परिचय दिया। स्वर्ण जयंती पूर्व छात्र सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका से सत्या भाटिया और डॉ. रेणु बजाज आए थे। रसायन विज्ञान विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.सुधा जैन, डीएमएसआरडीई, कानपुर के पूर्व निदेशक और भारतीय विज्ञान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार सक्सेना, पीईएसओ के पूर्व सीसीई प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव, ओएनजीसी के पूर्व ईडी राम अवतार, ओएनजीसी के पूर्व जीजीएम तिलक राम मिश्रा, लोरेटो कॉलेज की पूर्व फैकल्टी डॉ नीरा (मिश्रा) शुक्ला, शिया पीजी कॉलेज के दोनों पूर्व फैकल्टी डॉ इशरत हुसैन और डॉ इश्तियाक अहमद मौजूद थे। इसी तरह डॉ वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, आरडीएसओ की पूर्व उपनिदेशक संतोष प्रसाद और पीईएसओ के पूर्व संयुक्त सीसीई कैलाश कुमार उन 32 पूर्व छात्र सदस्यों में शामिल थे जिन्होंने कार्यक्रम में भाग लिया।
विज्ञान संकाय की डीन प्रो शीला मिश्रा ने समारोह के लिए 1975 बैच के पूर्व छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए कुलपति, प्रो मनुका खन्ना और कार्यक्रम के आयोजन में सहायता करने के लिए रसायन विज्ञान विभाग के संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
प्रो वाइस चांसलर प्रो मनुका खन्ना ने इस तरह के मिलन समारोह के आयोजन के लिए पूर्व छात्रों को धन्यवाद दिया। समारोह के अंत में भारतीय रेलवे के पूर्व रसायनज्ञ और धातुकर्म विशेषज्ञ केके गुप्ता ने पूर्व छात्रों की ओर से धन्यवाद ज्ञापन किया।