मुंबई: महाराष्ट्र के नागपुर में 17 मार्च को दो गुटों के बीच हुए सांप्रदायिक हिंसा के चलते राज्यभर में सियासी गर्माहट तेज है। हालांकि इस हिंसा को लेकर आय दिन कोई ना कोई बड़े दावे किए जा रहे है। इसी बीच एक दावा ये भी सामने आया है कि इस हिंसा में विदेशी या बांग्लादेशी हाथ है? इस पर सीएम देंवेंद्र फडणवीस ने अपनी प्रतिकिया दी। साथ ही उन्होंने कहा कि विदेशी या बांग्लादेशी हाथ होने पर टिप्पणी करना अभी जल्दीबाजी होगी। इस बात की जांच जारी है। बता दें कि बीते 17 मार्च को नागपुर में हुए हिंसा के बाद शनिवार को पहली बार सीएम फडणवीस नागपुर पहुंचे। जहां उन्होंने शहर में कानून व्यवस्था के संबंध में नागपुर पुलिस मुख्यालय में समीक्षा बैठक की।
बैठक के बाद बोले फडणवीस
पुलिस अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा करने के बाद सीएम फडणवीस ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की कब्र की प्रतिकृति जलाने की घटना को खुफिया विफलता नहीं कहा जा सकता, लेकिन खुफिया जानकारी एकत्र करने में सुधार की जरूरत थी। साथ ही फडणवीस ने हिंसा के कारणों पर जोर देते हुए बताया कि यह घटना सुबह हुई, जब औरंगजेब की कब्र की प्रतिकृति जलाने की सूचना मिली। इस पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन अफवाह फैलने के बाद लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने ये भी कहा कि प्रतिकृति पर कुरान की आयत लिखी हुई थी। इस अफवाह के बाद भीड़ ने पथराव और आगजनी की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की और स्थिति पर काबू पाया।
दंगाइयो को ही भरना होगा नुकसान
बैठक के बाद कार्रवाइयों पर बोलते हुए फडणवीस ने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह की वजह से हालात बिगड़े। हमने दंगाइयों की पहचान कर ली है। हम नुकसान की भरपाई उनसे ही करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी पुलिस को निशाना बनाया, उन उपद्रवपियों को अब परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। ऐसी पोस्ट करने वाले भी आरोपी ही माने जाएंगे। अब तक हम कई ऐसे पोस्ट हटा चुके हैं। हम दोषियों को नहीं बख्शेंगे।