लखनऊ। डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में वन डिस्ट्रिक्ट वन इन्क्युबेशन सेंटर मुहिम के तहत बुधवार को मेरठ जोन के काॅलेजों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए कुलपति प्रो जेपी पांडेय के निर्देशन में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इसमें विश्वविद्यालय से संबद्ध मेरठ जोन के जिलों के संस्थानों के निदेशक और प्रिंसिपल ने प्रतिभाग किया। जिसमें उन्हें इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया।
👉AKTU: बसंत पंचमी पर मां सरस्वती का हुआ पूजन
एसो डीन इनोवेशन डाॅ अनुज कुमार शर्मा ने इन्क्युबेशन सेंटर स्थापना की प्रक्रिया, संचालन के बारे में विस्तार से बताया।साथ ही इन्क्युबेशन सेंटर बनने से होने वाले की जानकारी दी।
इसके अलावा इन्क्युबेशन सेंटर और स्टार्टअप के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं और वित्तीय सहायता फंड से जुड़ी जानकारी साझा की। बताया कि इन्क्युबेशन सेंटर के जरिये छात्रों के साथ ही स्थानीय इनोवेटर्स को प्रोत्साहित कर स्टार्टअप शुरू कराया जा सकता है।
इससे न केवल छात्रों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी बल्कि रोजगार के सृजन भी होंगे। इनोवेशन हब के मैनेजर रितेश सक्सेना ने स्टार्टअप पालिसी 2020 के बारे में बताया। कहा कि सेक्सन आठ कंपनी बनाना सबसे जरूरी है।
👉अवध विवि के अहिल्याबाई होल्कर छात्रावास में कुलपति ने किया सरस्वती पूजन
इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने से संस्थानों को काफी फायदा होगा। आपको बता दें कि नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय अपने सभी संबद्ध संस्थानों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित कराने में लगा हुआ है। जिससे कि छात्रों में उद्यमिता और नवाचार की संस्कृति विकसित हो सके। साथ ही आत्मनिर्भर भारत के सपने को सच करने में भी छात्र अपना योगदान दे सकें।