संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक खुली बहस के दौरान चीन और उसके करीबी सहयोगी पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद को उचित ठहराने और साजिशकर्ताओं को बचाने के लिए बहुपक्षीय मंचों का दुरुपयोग किया जा रहा है। यूएनएससी में अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा और सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नयी दिशा विषय पर खुली बहस की अध्यक्षता करते हुए जयशंकर ने यह भी कहा कि संघर्ष ने ऐसी स्थिति बना दी है कि बहुपक्षीय मंच पर चलताऊ रवैया नहीं रखा जा सकता।
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा पर सुरक्षा परिषद में खुली बहस की अध्यक्षता की। आईजीएन प्रक्रिया में निहित तीन चुनौतियों को रेखांकित भी किया।
गौरतलब है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार को यूएनएससी में भारत की वर्तमान अध्यक्षता के तहत आतंकवाद और सुधारित बहुपक्षवाद पर दो कार्यक्रमों का नेतृत्व करने के लिए यहां पहुंचे।15 सदस्यीय यूएनएससी के निर्वाचित सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल इस महीने समाप्त हो जाएगा।
यूनाइटेड नेशंस में पाकिस्तान की कश्मीर पर टिप्पणी के बाद भारत के विदेश मंत्री एसजयशंकर ने उसी मंच पर जवाब दिया है। एस जयशंकर ने कहा कि जो देश ओसामा बिन लादेन की मेहमाननवाजी कर रहा था, जिसने अपने पड़ोसी की संसद पर हमला किया वो UN जैसे शक्तिशाली मंच पर उपदेश देने के काबिल नहीं है। मल्टीलेटरिज्म पर चर्चा की अध्यक्षता यूएन में भारत की स्थायी सदस्य रुचिरा कंबोज कर रही थीं। इसी दौरान पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कश्मीर मुद्दा उठाया था और भारतीय विदेश मंत्री ने जवाब दिया।
रिपोर्ट- शाश्वत तिवारी