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यूपी में विशेष परिस्थिति में ही मिलेगा घर के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर

लखनऊ। कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही ऑक्सीजन की मांग में आए जबरदस्त इजाफे के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विशेष परिस्थितियों को छोड़कर किसी को व्यक्तिगत तौर पर आक्सीजन की सप्लाई न की जाए। अति गंभीर परिस्थिति को छोड़कर किसी को व्यक्तिगत रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति न की जाए। केवल संस्थागत आपूर्ति ही होगी। मुख्यमंत्री ने ये निर्देश टीम 11 की बैठक में वर्चुअली भाग लेते हुए दिए।

ऑक्सीजन चोरों के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से आवंटित ऑक्सीजन को यथाशीघ्र प्रदेश में उपलब्ध कराये जाने के आदेश दिये हैं।उन्होने कहा है कि ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन बना रहे इस हेतु सभी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन का ऑडिट कराया जाना चाहिए। ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ त्वरित और कठोरतम कार्रवाई करने, सभी ऑक्सीजन रीफिल केंद्रों पर जिम्मेदार अधिकारियों की तैनाती करने के भी आदेश दिए गये हैं। मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन टैंकर को जीपीएस से जोड़ा जाने तथा प्लांट्स पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने के आदेश दिये हैं। उन्होने कहा है कि टैंकर,सिलिंडर का कोई अभाव नहीं है। प्रत्येक अस्पताल में न्यूनतम 36 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप होना चाहिए।

रोज सार्वजनिक करें खाली बेड का ब्योरा

मुख्यमंत्री ने टीम-11 की बैठक में निर्देश दिए कि अस्पतालों में खाली बेड के बारे में हर दिन जानकारी सार्वजनिक की जाए।उन्होंने कहा कि खाली बेड की जानकारी सार्वजनिक होने से मरीजों के परिजनों को काफी सहूलियत होगी। इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की भूमिका इस कार्य मे अत्यंत उपयोगी है। इसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।

कालाबाजारी करने वालों पर होगी एनएसए की कार्यवाई

सीएम योगी ने दवाओं व इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे रेमेडेसीवीर उत्पादनकर्ता कंपनियों से लगातार संपर्क में रहें। कल तक प्रदेश को 10,000 बॉयल और प्राप्त हो जाएंगे। प्रतिदिन 50,000 बॉयल रेमेडेसीवीर की आपूर्ति के हिसाब से डिमांड भेजी जाए।।

किसी भी प्रयोगशाला को टेस्ट करने पर रोक नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी निजी एवं सरकारी कोविड टेस्टिंग प्रयोगशालाएं अपनी पूरी क्षमता के साथ टेस्टिंग कार्य करें। किसी भी प्रयोगशाला को टेस्ट करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। आरआरटी की संख्या बढ़ाई जाए। क्वालिटी कंट्रोल को प्रत्येक दशा में सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि टेस्टिंग की वर्तमान क्षमता को दोगुनी किये जाने के ठोस प्रयास हों। सभी जिलों में कोविड बेड की संख्या दो गुनी करने के लिए पूरी तत्परता से कार्यवाही की जाए। सभी जिलों में न्यूनतम 200-200 अतिरिक्त बेड बढ़ाये जाने के प्रयास हों। सीएम ने कहा कि दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से आ रहे प्रवासी कामगार, श्रमिकों की टेस्टिंग करते हुए उन्हें आवश्यकतानुसार क्वारन्टीन एवं चिकित्सा की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। लक्षणविहीन लोगों को न्यूनतम एक सप्ताह और लक्षणयुक्त लोगों को 02 सप्ताह के लिए अनिवार्य रूप से क्वारन्टीन किया जाए।

राजधानी लखनऊ के दो बड़े प्राइवेट अस्पतालों में आक्सीजन खत्म, मरीजों को हायर सेंटर ले जाने की नोटिस चस्पा

यूपी की राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में ऑक्सीजन का भारी संकट खड़ा हो गया है। सबसे बड़े जिला अस्पताल बलरामपुर में कुछ ही घंटों का ही ऑक्सीजन रह गया है। प्राइवेट अस्पतालों में तो ऑक्सीजन का स्टॉक ही खत्म हो गया है। मेयो हॉस्पिटल ने गेट के बाहर ऑक्सीजन के स्टॉक खत्म होने और अपने मरीजों को हायर सेंटर ले जाने का नोटिस चिपका दी है। टीएस मिश्र हॉस्पिटल से भी मरीजों को ले जाने को कह दिया गया है। कुछ और प्राइवेट अस्पतालों में भी आक्सीजन खत्म होने की बात कही जा रही है।

उधर राजधानी के बलरामपुर अस्पताल में कुछ घंटों की आक्सीजन सप्लाई रह गई है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बलरामपुर अस्पताल में 290 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन के संकट को लेकर सीएमओ और डीएम को पिछले कई दिनों से लगातार मेल और फोन के माध्यम से सूचित कर रहा है। इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं जिला प्रशासन के मुताबिक ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही है।

सीएमएस डॉ आर के गुप्ता का कहना है कि ऑक्सीजन का स्टॉक जल्द खत्म होने वाला है। वहीं अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव लोचन के मुताबिक अभी सात से आठ घंटे की ऑक्सीजन मौजूद है। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को दो-तीन दिनों से लगातार मेल करके और फोन के माध्यम से जानकारी दे रहा है।अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अब ऑक्सीजन का जल्द प्रबंध करना होगा नहीं तो मुश्किल बढ़ सकती है।

प्राइवेट अस्पतालों ने लगाया नोटिस

ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से गोमतीनगर स्थित मेयो हॉस्पिटल ने गेट के बाहर नोटिस लगा दी है। नोटिस में लिखा है कि अस्पताल में ऑक्जीन की सप्लाई नहीं है। इसलिए तीमारदारों से अनुरोध है कि वे अपने मरीजों को हायर सेंटर ले जाएं। वहीं टीएस हॉस्पिटल में भी ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से मरीजों को बाहर निकाला जा रहा है। हालांकि नोटिस लगने के कुछ देर बाद मेयो हास्पिटल में जिला प्रशासन की ओर से कुछ घंटों का बैकअप भेजा गया है, लेकिन अभी भी किल्लत बरकरार है। बावजूद इसके सीएम योगी ने आदेश दियाहै कि हर अस्पताल में 36 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप जरूरी है।

दया शंकर चौधरी

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