प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली में जी7 शिखर सम्मेलन से इतर तुर्किए, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ब्राजील और जॉर्डन के नेताओं से बातचीत की और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं।
इन लोगों से की मुलाकात
पीएम मोदी ने तुर्किए के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के साथ बातचीत की। इस दौरान सभी ने तस्वीरें भी खिंचवाईं। वहीं शिखर सम्मेलन में भी एक तस्वीर ली।इसी तस्वीर को पीएम मोदी अपने सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया। उन्होंने कहा, ‘इटली में बातचीत जारी है। राष्ट्रपति सिल्वा, एर्दोआन और शेख नाहयान के साथ खास बातचीत की।
जॉर्डन के राजा से मुलाकात
इसके बाद पीएम ने जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से भी मुलाकात की। उन्होंने एक्स पर कहा कि जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर राजा अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की। भारत जॉर्डन के साथ मजबूत संबंधों को महत्व देता है।
जी7 शिखर सम्मेलन में भारत को ‘आउटरीच देश’ के रूप में आमंत्रित किया गया है। बता दें, जी7 में सात सदस्य देश अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान और फ्रांस के साथ-साथ यूरोपीय संघ की भागीदारी है। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो समेत कई वैश्विक नेताओं का जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए स्वागत किया।
प्रभावशाली समाधान तैयार करना लक्ष्य
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन में बहुत ही उपयोगी दिन रहा। विश्व नेताओं के साथ बातचीत की और विभिन्न विषयों पर चर्चा की। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावशाली समाधान तैयार करना है जो वैश्विक समुदाय को लाभ पहुंचाएं और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण करें। मैं इटली के लोगों और सरकार को उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।’
इन लोगों से की मुलाकात
अपनी यात्रा के दौरान शिखर सम्मेलन से इतर, मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों, ब्रिटिश प्रधान मंत्री सुनक, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की, इतालवी प्रधानमंत्री मेलोनी, पोप फ्रांसिस और जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा सहित अन्य से मुलाकात की। गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल के लिए कार्यभार संभालने के बाद मैक्रों के साथ मोदी की किसी अंतरराष्ट्रीय नेता के साथ पहली आधिकारिक द्विपक्षीय बैठक थी।