लखनऊ। डॉक्टर शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्विद्यालय (SMNRU) के परास्नातक समाज कार्य द्वितीय वर्ष के छात्र (Second Year Postgraduate Social Work Student) एम बिलाल मंसूरी (M Bilal Mansuri) का फेलोशिप (Fellowship) के लिए चयन हुआ है। दिल्ली की नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉयमेंट फॉर डिसेबल्ड पीपल (NCPEDP) संस्था में 15 महीनों के लिए फेलोशिप है। इसमें 25 हजार रुपए प्रतिमाह (25 Thousand Rupees Per Month) दिए जाएंगे। 24 मार्च से फरीदाबाद में संस्था की ओर से 10 दिन की ट्रेनिंग होगी, जिसमें कार्य करने की रूपरेखा समझाई जाएगी।
छात्र एम बिलाल मंसूरी ने अपने रुचिगत विषय के अनुसार विकलांगो को राजनीतिक आरक्षण की आवश्यकता पर अध्ययन करने के लिए आवेदन किया था। फैलोशिप में चुने जाने से पहले फॉर्म भरने के बाद तीन बार ऑनलाइन साक्षात्कार किया गया था। एम बिलाल मंसूरी ने बताया कि मैं चुनाव में विकलांगो के लिए भी सीटें आरक्षित किए जाने की वकालत करता हूं, इसीलिए मैने यह विषय चुना था। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से मैं सर्वे करूंगा कि दिव्यांगो को राजनीतिक प्रतिनिधित्व न मिलने से उनके सामने किन किन स्तर पर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
एम बिलाल मंसूरी ने कहा कि मैं अपने अध्ययन में यह बात सामने रखने की कोशिश करूंगा कि दिव्यांगो के लिए राजनीतिक आरक्षण की आवश्यकता क्यों है? इस अध्ययन के लिए मैं विभिन्न क्षेत्रों के विकलांगो व्यक्तियों, खिलाड़ियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, संस्थाओं, छात्रों आदि के बीच पहुंचूंगा। 25 वर्षीय बिलाल मंसूरी पैरों से विकलांग हैं। फैलोशिप में चयन होने के बाद विभागाध्यक्ष प्रो डॉ अर्चना सिंह, प्रो रूपेश कुमार सिंह, डॉ मनीष द्विवेदी सहित सहपाठियों ने भी बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
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जिला मेरठ के नगर मवाना निवासी एम बिलाल मंसूरी विकलांग अधिकार एवं उत्थान नामक समूह भी संचालित करते हैं। इस समूह के माध्यम से विकलांगो को शैक्षिक मार्गदर्शन, योजनाओं की जानकारी, रोजगार संबंधी सहायता और दिव्यांगो की शादी करने का कार्य किया जाता है। इस समूह की शुरुआत 2021 में हुई थी, लेकिन सामाजिक कार्य 14 वर्ष की आयु से ही करते हैं।
बिलाल मंसूरी जामिया मिल्लिया इस्लामिया से बीए मास मीडिया हिंदी से ग्रेजुएशन भी कर चुके हैं। वर्ष 2015 में मेरठ के तत्कालीन एसएसपी ने भी सम्मानित किया था। अइसके साथ ही बिलाल मंसूरी यूनिसेफ संस्था उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर युवाओं के साथ कई प्रोजेक्ट कर चुके हैं।