आगरा के एत्माद्दौला स्मारक से सटी बगीची के कुएं का पानी पीकर अपना पेट दर्द ठीक करने के लिए महात्मा गांधी आए थे। बापू 95 साल पहले यमुना नदी के किनारे बसी इस बगीची में रुके थे। 11 दिन तक वह यमुना किनारे की बगीची में रहे। पेट दर्द ठीक ...
Read More »Tag Archives: महात्मा गाँधी
गांधी जी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती थीं ये पांच महिलाएं
महात्मा गांधी के जीवन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण थी। गांधी जी का मानना था कि महिलाएं समाज का अहम हिस्सा हैं और उनका सहयोग भारत की आज़ादी में निर्णायक साबित हो सकता है। उन्होंने महिलाओं को सार्वजनिक जीवन में भाग लेने और स्वतंत्रता संग्राम ...
Read More »गांधीजी की पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में क्यों मनाते हैं?
आजादी की लड़ाई में प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक महात्मा गांधी भी रहे। महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है। सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर उन्होंने अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। कोई उन्हें बापू कहता है तो कोई देश का राष्ट्रपिता। ...
Read More »राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती विशेष: बापू की पत्रकारिता के सिद्धांत
अहिंसा के पथ-प्रदर्शक, सत्यनिष्ठ, समाज सुधारक और महात्मा के रूप में विश्वविख्यात बापू सबसे पहले सफल पत्रकार थे। बापू की पत्रकारिता भी उनके गांधीवादी सिद्धांतों की मानिंद है। बापू का स्पष्ट मानना था, पत्रकारिता की बुनियाद सत्यवादिता के मूल में निहित होती है। असत्य की तरफ उन्मुख होकर पत्रकारिता के ...
Read More »महात्मा गाँधी सत्याग्रह और चरखा
महात्मा गाँधी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के विरोध के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी, जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया ...
Read More »इतिहास के झरोखे से: पढ़ें अंग्रेजों को धूल चटाने वाले दलित महानायकों की कहानी…
अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन संपूर्ण देश का आंदोलन था। अनेक जातियां, समुदाय, अनेक क्षेत्रों के लोग इसमें शामिल थे। भारत के दलित समूह की भी भारत छोड़ो आंदोलन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हालांकि महात्मा गांधी, नेहरू, राजेंद्र प्रसाद के साथ भारत के अलग-अलग प्रान्तों में दलित कंधा से कंधा ...
Read More »देश के गुमनाम शहीदों को याद करने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत, कर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में बीते 12 मार्च 2021 को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस, डा भीम राव अंबेडकर समेत कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित आजादी के अमृत ...
Read More »नया संसद भवन : राष्ट्रीय गौरव की अनुभूति
राष्ट्रीय गौरव के विषयों पर भी राष्ट्रीय सहमति दिखनी चाहिए. अन्यथा देश विरोधी तत्वों को अनावश्यक प्रतिक्रिया देने का अवसर मिलता है. डोकलाम और सर्जिकल स्ट्राइक के समय ऐसा ही हुआ था. भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल की थी. भारत के विपक्षी नेताओं ने इसके सबूत मांगे ...
Read More »मजदूर दिवस : मजदूरों के हितों की रक्षा जरुरी- लाल बिहारी लाल
जब इस धरती का निर्माण हुआ तो इसमें पहले मजदूर (Labor) के रुप में त्रिदेवों- ब्रम्हा, विष्णु एवं महेश ने काम किया। फिर अलग अलग रुप से काम को श्रेणियों में बांट दिया गया। निर्माण का काम ब्रम्हा जी,कार्यपालिका का काम विष्णु जी और फिर न्यायपालिका का काम भगवान महादेव ...
Read More »पृथ्वी दिवस : धरती माता की रक्षा करें और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर जगह बनाएं
महात्मा गांधी ने एक बार कहा था-पृथ्वी हर आदमी की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं। मनुष्यों ने पिछले 25 वर्षों में पृथ्वी के जंगल के दसवें हिस्से को नष्ट कर दिया है और यदि प्रवृत्ति जारी रहती है ...
Read More »