नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले और नए कृषि कानूनों को लेकर संसद में गतिरोध कायम है। संसद में विपक्षी सदस्यों के हंगामें की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही नहीं चल पा रही है। हालांकि इस बीच कुछ विधेयक पारित भी हुए हैं। इस पर विपक्ष का आरोप है कि सरकार बिना चर्चा कराए जल्दबाजी में विधेयक पास करा रही है। विपक्ष के आरोपों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष खासकर कांग्रेस को अपना रिकॉर्ड भी देख लेना चाहिए।
- संसद में गतिरोध को लेकर विपक्ष को दिखाया आईना
- वर्ष 2007 और 2011 में पास कराये गए थे बिना चर्चा के कई विधेयक
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि विपक्ष ऐसा बोल रहा है कि जल्दबाजी में बिल पास कर रहे हैं। साल 2007 में विपक्ष ने कम से कम 11 बिल जल्दबाजी में पास कराए। इसके बाद साल 2011 में संविधान विधेयक को भी जल्दबाजी में पास करा लिया, तब यूपीए सत्ता में था। यहां तक कि कपिल सिब्बल ने भी माना था कि हमने जल्दबाजी में बिल पास कराए हैं। पीयूष गोयल और प्रहलाद जोशी बार-बार कह रहे हैं कि हम बात करने के लिए तैयार हैं। फिर भी विपक्ष हमें कह रहा है कि जल्दबाजी में बिल पारित कराए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पेगासस जासूसी मामला और नए कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष ने शुक्रवार को संसद में जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार फिर दिन भर के लिये स्थगित कर दी गई। हालांकि विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही लोकसभा ने कराधान विधि (संशोधन) विधेयक 2021 और केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2021 को मंजूरी दे दी। हंगामे के बीच ही केंद्रीय मंत्रियों ने संबंधित मंत्रालयों से जुड़े पूरक सवालों के जवाब भी दिए।