महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है। इसको देखते हुए महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। बता दें कि दोनों पार्टियों की राय है कि ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव जाय, लिहाजा सीट बंटवारे पर अबतक सहमति नहीं हो पाई है।
इसको लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, “इतना बड़ा महाराष्ट्र है ये जो 288 सीटों का बंटवारा है ये भारत पाकिस्तान के बंटवारे से भी भयंकर है। संजय राउत ने कहा कि यदि हम सरकार में होने के बजाय विपक्ष में होते तो तस्वीर दूसरी होती। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे पर जो भी फैसला होगा, उसे तुरंत मीडिया को बताया जाएगा।”
फिलहाल ये कई बार देखा गया है कि महाराष्ट्र में चुनाव से पहले भाजपा और शिवसेना के बीच सीटों को लेकर पेंच फंस ही जाता है। कई बैठकों का दौर चलता है, और आखिर में किसी एक नतीजे पर दोनों पार्टियां पहुंच ही जाती हैं। फिलहाल एक रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना अपने लिए कम से कम 130 सीटें चाहती है, वहीं आरपीआई के प्रमुख रामदास अठावले अपनी पार्टी के लिए 10 सीटें चाहते हैं।
ताजा तस्वीर की बात करें तो महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के पास 122 सीटें हैं, वहीं शिवसेना के पास 63 सीटें हैं। महाराष्ट्र बीजेपी दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे के ऐसे सूत्र पर समझौता चाहती है, जिसपर भाजपा के पास 122 सीटें बनी रहें और शिवसेना पर उसके हिस्से की 63 सीटें रहें। और शेष सीटों में से कुछ सीटें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया जैसे गठबंधन के छोटे दलों को देने के बाद आपस में बराबर बांट ली जाएं।