भारत और इंग्लैंड के बीच में चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत हो चुकी है। चेन्नई में खेले गए पहले मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने विशाल अंतर से मैच अपने नाम किया। इंग्लैंड की टीम यहां मेजबान की तुलना में हर क्षेत्र में बेहतर दिखी, वहीं विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया ने हर जगह निराश किया। अब दोनों ही टीमों को सीरीज का दूसरा मुकाबला भी चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में ही खेलना है और इस बार भी परिस्थितियां लगभग वैसी ही होंगी। ऐसे में आइए जानते हैं कि भारतीय टीम को यहां किन कमजोरियों को दूर करना होगा।
रोहित शर्मा का फॉर्म:
टीम के स्टार सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा पिछले कुछ समय से अपने फॉर्म को लेकर जूझ रहे हैं। वे टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम हो रहे हैं, ऐसे में मध्यक्रम पर अधिक दबाव पड़ रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे में भी वे कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे और फिर चेन्नई टेस्ट में भी फेल रहे। ऐसे में टीम को उनसे एक मजबूत शुरुआत और बड़ी पारी की उम्मीद होगी।
रहाणे का संघर्ष:
टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न टेस्ट के दौरान शतकीय पारी खेली थी। लेकिन इसके बाद से उनका बल्ला खामोश रहा है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट को दोनों पारियों में कुल मिलाकर एक रन बनाए। टीम को अगर बड़ा स्कोर करना है तो मध्यक्रम में रहाणे जैसे मुख्य खिलाड़ियों का रन बनाना जरूरी है।
प्लेइंग XI का चयन:
भारतीय टीम के पास इस वक्त खिलाड़ियों के कई विकल्प मौजूद हैं, ऐसे में टीम को अंतिम एकादश में अपने अनुभवी और फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को आजमाना चाहिए। इशांत शर्मा चोट से वापसी करने के बाद लय में नजर नहीं आ रहे हैं। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद वे पहले टेस्ट में भी कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए जबकि मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया में जबरदस्त गेंदबाजी की थी। ऐसे में टीम को सिराज के फॉर्म का फायदा उठाना चाहिए। वहीं शाहबाज नदीम के रूप में किया गया प्रयोग भी सफल नहीं हुआ और वे टीम इंडिया के लिए भारी पड़े और खूब रन लुटाये। जबकि टीम के पास कुलदीप यादव जैसे अनुभवी गेंदबाज मौजूद हैं।
विराट कोहली से बड़ी पारी:
टीम के कप्तान विराट कोहली पिछले एक साल से शतक नहीं लगा पाए हैं। वे अर्धशतक तो लगा रहे हैं लेकिन उसे शतक में बदलने में फेल हो रहे हैं। ऐसे में टीम को अगर बड़ा स्कोर करना है तो भारतीय कप्तान को विराट पारी खेलनी जरूरी है।
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नई गेंद और डीआरएस का सही इस्तेमाल:
भारतीय कप्तान विराट कोहली नई गेंद का सही इस्तेमाल करने में फेल हो रहे हैं। जो रूट की तुलना में उनकी रणनीति भी कमजोर साबित हो रही है। विराट डीआरएस लेने में भी जल्दबाजी करते दिखते हैं, ऐसे में उन्हें इसके इस्तेमाल के लिए बहुत सोच-समझकर फैसले लेने की जरूरत है।