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जरूरी सेवा का पोस्टर लगाकर हो रहा था मजदूरों का परिवहन, गिरोह का भंडाफोड़

देश में लागू लॉकडाउन के चलते सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से प्रतिबंधित है. लॉकडाउन के दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं के अंतर्गत आने वाले वाहनों को परिवहन की छूट दी गई है. इसी की आड़ में प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से उत्तर प्रदेश के लखनऊ और आजमगढ़ ले जाने वाले एक गिरोह का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ किया है.जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को हिरासत में भी लिया है.

यह गिरोह दिल्ली में अलग-अलग जगह पर काम करने वाले मजदूरों को 500 से 1500 रुपये लेकर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और लखनऊ ले जा रहा था. इस दौरान जब दिल्ली पुलिस ने चेकिंग की, तो राज खुल गया. इन ट्रकों में जरूरी सेवाओं का कोई सामान नहीं था. सिफज़् प्रवासी मजदूर और उनके परिजन ट्रकों पर सवार थे.

इन दोनों ट्रकों को दिल्ली पुलिस की प्रीत विहार सब डिवीजन ने देर रात चेकिंग के दौरान पकड़ा. जब पुलिस ने दोनों ट्रकों को रोका और चेकिंग की, तो उसमें करीब 100 प्रवासी मजदूर सवार मिले. ट्रकों में इन मजदूरों के साथ इनके बच्चे और बुजुर्ग भी मौजूद थे.
इन दोनों ट्रक को शकरपुर और लक्ष्मी नगर की पिकेट पर रोका गया था.

ये ट्रक आजादपुर और कश्मीरी गेट इलाके से लखनऊ और आजमगढ़ के लिए लेकर निकले थे. दिल्ली पुलिस के अनुसार इन ट्रकों को इस तरह से पैक किया गया था, जिससे यह पता लगा पाना बेहद मुश्किल था कि इनके अंदर क्या रखकर ले जाया जा रहा है.
इन ट्रकों पर जरूरी सेवाओं का पोस्टर लगे हुए थे और ट्रक ड्राइवर इसका फायदा उठाकर पुलिस को चकमा देने की फिराक में थे.

फिलहाल इन ट्रकों के ड्राइवर और हेल्पर को हिरासत में ले लिया गया है और इनसे पूछताछ की जा रही है कि ये प्रवासी मजदूर इनके सम्पर्क में कैसे आए? वहीं इन मजदूरों का कहना था कि लॉकडाउन के चलते उनका काम बंद हो गया है और खाने के लाले पड़ रहे हैं. लिहाजा वो दिल्ली छोड़कर अपने घर को जाने को मजबूर हैं.

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