लखनऊ। मंगलवार को उत्तराखंड के 25 अधिकारियों के दल ने एशिया के सबसे बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भरवारा एसटीपी का दौरा किया। यह दौरा उनके तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का एक हिस्सा था। इसका उद्देश्य एसटीपी संचालन के बारे में उनके ज्ञान और जानकारी को बढ़ाना था। इस अवसर पर भरवारा एसटीपी के संचालन व प्रबंधन के लिए उत्तरदाई संस्था सुएज इंडिया के जनसम्पर्क अधिकारी अक्षत सक्सेना, सुमित सिंह व इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन, लखनऊ के चेयरमैन संजय सिंह भी उपस्थित थे।
भ्रमण के दौरान अधिकारियों को एसटीपी की कार्यप्रणाली को देखने और जानने का अवसर मिला। इस अवसर पर स्वेज इंडिया के प्लांट मैनेजर राजेश देशराज ने अधिकारियों को एसटीपी की कार्यप्रणाली के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हुए एक टेक्निकल प्रेजेंटेशन भी दिया।
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संजय सिंह ने कहा, उत्तराखंड के अधिकारियों ने सीवेज उपचार और पर्यावरणीय स्थिरता को बनाए रखने में इसके महत्व को बड़ी बारीकी से समझा। उन्होंने भरवारा एसटीपी पर सभी प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी ली। सभी अधिकारियों ने एसटीपी के कुशल संचालन व प्रबंधन के लिए सुएज इंडिया की टीम की प्रशंसा की। यह दौरा निस्संदेह एसटीपी संचालन के बारे में अधिकारियों की समझ और उत्तराखंड में प्रभावी समाधानों को लागू करने की उनकी क्षमता में योगदान देगा।
उत्तराखंड शहरी विकास विभाग के अधिकारी आयुष नौटियाल ने बताया, एशिया के सबसे बड़े एसटीपी के संचालन को हम सभी ने प्रत्यक्ष रूप से देखा व समझा। यहां संचालन व प्रबंधन के लिए बेस्ट प्रैक्टिसेज अपनाई जा रही हैं, जिससे हम सभी रूबरू हुए। यहां पर जिस तरह सभी की सुरक्षा व संरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं, उसने हम सभी को काफी प्रभावित किया।